भोपाल डेस्क रिपोर्ट। कोरोना का संक्रमण जिस तरह से पैर पसार रहा है, उसे देखते हुए कोरोना कर्फ्यू की अवधि और बढ़ाई जा सकती है। विशेषज्ञों की राय पर जिला क्राइसिस कमेटियां अपने-अपने जिलों में यह निर्णय ले सकती हैं जिनका यह मानना है कि संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए अभी कर्फ्यू और जरूरी है।
मप्र के इस जिले में 26 अप्रैल तक कोरोना कर्फ्यू, शराब दुकानें भी रहेंगी बंद
कई जिलों में कोरोना कर्फ्यू लगे होने के बावजूद संक्रमण की दर घटने का नाम नहीं ले रही। अप्रैल के 15 दिनो में प्रदेश में 78000 मरीज नए संक्रमित पाए गए जबकि पहले इतने मरीज डेढ माह में बढ़ते थे। प्रदेश में 11045 नए संक्रमित मरीज शुक्रवार को मिले। इंदौर और भोपाल के बाद ग्वालियर भी बड़ा हॉटस्पॉट बनता जा रहा है।इसके चलते सरकार चिन्तित है। दरअसल भोपाल और इंदौर में कर्फ्यू की अवधि 19 अप्रैल सोमवार की सुबह 6 बजे खत्म हो जाएगी। लेकिन हालात को देखते हुए इस बात की व्यापक संभावना है कि इससे शुक्रवार तक और बढ़ा दिया जाए। उसके बाद शनिवार और इतवार का कर्फ्यू पूरे प्रदेश में लागू है, इसीलिए 26 अप्रैल तक कोरोना कर्फ्यू जारी रहने की पूरी उम्मीद है। अभी कोरोना कर्फ्यू मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा और शाजापुर में 26 अप्रैल तक लागू रहेगा। ग्वालियर में 22 अप्रैल की सुबह तक के लिए कर्फ्यू लगाया गया है। जानकारों का मानना है कि अभी 30 अप्रैल तक संक्रमितो की संख्या में और ज्यादा वृद्धि हो सकती है और इसी लिए यह जरूरी है कि संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रतिबंधों को लागू रखा जाए।
कोरोना से स्थिति गंभीर, 6 जिलों में टोटल लॉकडाउन, कोरोना कर्फ्यू में होगी सख्ती
राज्य सरकार पहले ही यह स्पष्ट कर चुकी है कि कोरोना कर्फ्यू लॉकडाउन नहीं है और इसके अंतर्गत कुछ प्रतिबंधों को जारी रखते हुए जीवन आवश्यक सेवाओं को चालू रखा गया है ।मध्य प्रदेश का गृह विभाग एक आदेश के माध्यम से यह भी स्पष्ट कर चुका है कि कोरोना कर्फ्यू लगाने का निर्णय स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी जिला स्तर पर ले सकेगी। हालांकि कोरोना कर्फ्यू लॉकडाउन की तुलना में बहुत हल्का साबित हुआ है और हर शहर में यह देखने में आ रहा है कि लोग इसका पालन नहीं करते हुए संक्रमण की चैन लगातार तोड़ रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार कोरोना कर्फ्यू को भी और कङा करने के नियम लागू कर दे, इसकी संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।