इन्दौर डेस्क रिपोर्ट।आकाश धोलपुरे-कोरोना मरीजो के लिए दुर्लभ साबित हो रहा रेमडेसिवीर इंजेक्शन अब राजनीति का भी विषय बन गया है ।इंजेक्शन की कमी को लेकर जहां कांग्रेस लगातार बीजेपी पर निशाना साध रही है वहीं अब इंदौर के एडीएम के ऊपर इस इंजेक्शन को अपने चहेतों को देने के आरोप भी लगाए गए हैं।
इंदौर में निजी अस्पताल में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी! विधायक के पहुंचने पर निकले 24 इंजेक्शन
रेमडेसिवीर इंजेक्शन की मारामारी के बीच इंदौर के कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला लगातार अस्पतालों के दौरे कर रहे हैं और जनता से अपील कर रहे हैं कि यदि उन्हें रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कमी हो तो वे उन्हें तत्काल फोन लगाएं। इसी बीच बुधवार को इंदौर के सिटीजन अस्पताल पहुंचे संजय शुक्ला ने इंदौर के एडीएम अजय देव शर्मा के ऊपर गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस सिटीजन अस्पताल को दो दिन पहले पांच रेमडेसिवीर इंजेक्शन मिले थे, कल एक भी इंजेक्शन नहीं मिला। लेकिन मैं इंदौर के एडीएम अजय देव शर्मा को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उन्होंने अपने गनमैन के पिता के इलाज के लिए 5 रेमडेसिवीर इंजेक्शन मुहैया करा दिए। उन्होंने इस बात के लिए भी अग्रिम धन्यवाद दिया कि इसी तरह की व्यवस्था यदि वह जनता के लिए करेंगे तो बहुत अच्छा होगा।
जबलपुर: आपदा में अवसर बना रेमडेसिवीर इंजेक्शन, धड़ल्ले से चल रही कालाबजारी
संजय शुक्ला ने बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष राकेश सिंह के वायरल हो रहे उस पोस्ट के बारे में भी उल्लेख किया जिसमें राकेश सिंह ने मुफ्त में रेमडेसिवीर इंजेक्शन देने की बात कही है और कहा कि प्रशासन उनको यानी संजय को भी ऐसे इंजेक्शन मुहैया कराए ताकि वह अपनी जनता को दे सकें। मुख्यमंत्री के लाख प्रयासों के बावजूद रेमडेसिवीर इंजेक्शन अभी भी आम जनता की पहुंच से दूर है और इसकी जमकर कालाबाजारी हो रही है। इंदौर सहित पूरे मध्यप्रदेश में इंजेक्शन को लेकर मरीज भटक रहे हैं लेकिन मुंह मांगी कीमत देने के बाद भी बमुश्किल का इंजेक्शन मुहैया हो रहा है ।ऐसे में जिन पर इसे आम जनता को देने की जवाबदेही है यदि वही ऐसा काम करेंगे तो फिर सवाल यह है कि आम जनता का क्या होगा।