भोपाल डेस्क रिपोर्ट|आकाश धोलपुरे-कोरोना मरीजों के लिए रामबाण साबित होने वाला रेमडेसिवीर इंजेक्शन अब सियासत की वजह भी बन गया है। इंजेक्शन को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने इंदौर कलेक्टर को मुंह मांगी राशि देकर इंजेक्शन मुहैया कराने को कहा है। गौरतलब है कि इंदौर में इस समय इस इंजेक्शन की भारी किल्लत है ।
कोविड-19 : प्रदेश सरकार का ऐलान, गरीबों को मुफ्त मिलेगा रेमडेसिविर इंजेक्शन
रेमडेसिवीर इंजेक्शन को लेकर एक प्रेस वार्ता में कांग्रेस विधायक सज्जन वर्मा ने कहा कि “कलेक्टर साहब जितने पैसे चाहिए ले लीजिए ,हमारे विधायक संजय शुक्ला कोरा चेक लेकर आए हैं ।लेकिन हमें 5000 रेमडेसिवीर इंजेक्शन दीजिए ताकि हम गरीबों को निशुल्क बांट सकें “इंदौर में पिछले तीन दिनों से रेमडेसिवीर इंजेक्शन को लेकर भारी अफरातफरी मची है। इस अफरातफरी की वजह एक निजी मेडिकल एजेंसी द्वारा उड़ाई गई अफवाह, कि बुधवार तीन बजे स्टॉक आने वाला है, भी रही जिसकी वजह से बुधवार को इंजेक्शन के लिए लंबी-लंबी लाइनें लग गई। इंदौर में कई स्थानों पर इंजेक्शन ब्लैक में भी बिका और अब हालत यह है कि इंजेक्शन मांगे नहीं मिल रहा ।खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रेमडेसिवीर इंजेक्शन के बारे में साफ निर्देश दे चुके हैं और उन्होंने अधिकारियों को इसके प्रोटोकॉल बनाने के भी निर्देश दिए थे जिन्हें बना भी दिया गया है। इतना ही नहीं स्वास्थ्य आग्रह के दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि गरीबों को यह इंजेक्शन निशुल्क दिए जाएंगे और इसके लिए सरकार ने विधिवत प्रक्रिया शुरू भी कर दी है। बावजूद इसके जिस तरह से कोरोना तेजी से फैल रहा है और रेमडेसिवीर इंजेक्शन की जरूरत महसूस हो रही है, उसे देखते हुए अभी पर्याप्त आपूर्ति नहीं है। इंदौर कलेक्टर कह चुके हैं कि गुजरात से आपूर्ति बाधित होने के चलते इंदौर में यह स्थिति बनी है। ऐसे में कांग्रेस ने यह सियासी दांव फेंका है लेकिन एक ऐसे समय में जब पूरा देश और प्रदेश कोरोना की टपेट मे है तो फिर जरूरत सामूहिक प्रयास से कोरोना पर विजय पाने की है।
रेमडेसीवर इंजेक्शन की आपूर्ति को लेकर शिवराज गंभीर, अधिकारियों को दिए निर्देश
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क्या है रेमडेसीवर इंजेक्शन
रेमडेसिवीर एक न्यूक्लियोसाइड राइबोन्यूक्लिक एसिड (RNA) पोलीमरेज़ इनहिबिटर इंजेक्शन है।
इसका निर्माण सबसे पहले वायरल रक्तस्रावी बुखार इबोला के इलाज के लिए किया गया था।
इसे अमेरिकी फार्मास्युटिकल गिलियड साइंसेज द्वारा बनाया गया है।
रेमडेसिवीर दवा सीधे वायरस पर हमला करती है। इसे ‘न्यूक्लियोटाइड एनालॉग’ कहा जाता है जो एडेनोसिन की नकल करता है, जो RNA और DNA के चार बिल्डिंग ब्लॉक्स में से एक है।
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