इंदौर, आकाश धोलपुरे। जिले में बढ़ते कोरोना के मामले और बीते मंगलवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओ द्वारा निकाली गई रैली के बाद सांवेर विधानसभा क्षेत्र एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। दरअसल, उपचुनाव एपिसेंटर सांवेर विधानसभा के ग्राम भोरासला में मां नर्मदा की पूजा अर्चना की गई। बकायदा सांवेर में कलश यात्रा भी निकाली गई। जिसमें सैंकड़ो की संख्या में शामिल हुई महिलाएं, कलश में जल लेकर बाबा भोलेनाथ को चढ़ाकर भारतवर्ष की सुख शांति की कामना करती दिखाई दी।
यहां महिलाओं की धार्मिक आस्था और भावना को लेकर सवाल नहीं उठ रहे है बल्कि सवाल ये उठ रहे है कि कोरोना की रडार पर बैठे इंदौर के प्रशासन ने इतने बड़े आयोजन की अनुमति कैसे दे दी ? यदि परमिशन नहीं दी गई है तो आखिर कैसे इतनी बड़ी यात्रा निकाली गई। दरअसल, ये सवाल इसलिए उठ रहे है क्योंकि खुद को बीजेपी का कार्यकर्ता बताने वाले आशीष तंवर ने आयोजन के मार्गदर्शकों में प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, जिला बीजेपी अध्यक्ष राजेश सोनकर का नाम लिया है। याने इस यात्रा को निकालने के पीछे भी राजनीतिक मकसद है, ऐसे में अब जब वीडियो सामने आए है तो प्रशासन और पुलिस को अब बीजेपी कार्यकर्ताओं पर भी कार्रवाई करनी पड़ेगी।
धार्मिक यात्रा में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि गाजे बाजो के साथ किस तरह का जनसैलाब उमड़ा था। रविवार को सांवेर में हुए इस आयोजन में सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। वहीं लोगों ने मास्क भी पहने थे याने सीधे सीधे जानलेवा लापरवाही की तस्वीरों ने साफ कर दिया है कि वाकई इंदौर में कोविड – 19 को लेकर के लोग कितने बेपरवाह और बेफिक्र है। फिलहाल, इस मामले में अब पुलिस और प्रशासन क्या कार्रवाई करेगा, क्योंकि हाल ही सांवेर में 34 से ज्यादा कार्यकर्ताओं पर प्रकरण दर्ज कर सांवेर थाने में गिरफ्तारी की गई थी। अब मामला अलग है क्योंकि कथित तौर पर आयोजन बीजेपी का बताया जा रहा है।