विदेश, डेस्क रिपोर्ट। विगत वर्षों से पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है वहीं रूस दुनिया का पहला ऐसा देश बना जिसने अगस्त 2020 में कोरोना वायरस के खिलाफ पहली वैक्सीन स्पुतनिक-वी रजिस्टर की थी, जिसको लेकर वैज्ञानिकों का मानना है कि यह वैक्सीन भारत में मिले डेल्टा वैरिएंट से लड़ने में 90 प्रतिशत असरदार है। फिलहाल भारत में भी इस वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
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भारत में मिले कोरोना वायरस (Virus) के डेल्टा वैरिएंट (Delta Variant) के खिलाफ रूस (Russia) की वैक्सीन सबसे ज्यादा असरदार है। रूस के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने बताया है कि रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी(Sputnik V) कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ 90 फीसद तक असरदार है। नोवोसिबिर्स्क स्टेट यूनिवर्सिटी की प्रयोगशाला के प्रमुख और रूसी विज्ञान अकादमी (आरएएस) के संबंधित सदस्य सर्गेई नेत्सोव ने रूस की स्पुतनिक वी को कोरोना वायरस के नए डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ सुरक्षित बताया है। उन्होंने बताया कि ये वैक्सीन, डेल्टा वैरिएंट से सुरक्षा प्रदान करती है।
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उन्होंने कहा कि ब्रिटेन, अमेरिका और अन्य देशों के आंकड़ों के अनुसार हमारी स्पुतनिक वी सहित एमआरएनए और वेक्टर टीके डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करते हैं। हालांकि कुछ हद तक, लेकिन वे इसके खिलाफ सुरक्षा देते हैं। उनके मुताबिक, स्पुतनिक वैक्सीन कोरोना के प्रारंभिक वैरिएंट के खिलाफ 95 फीसद सुरक्षित है तो वही ये डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ 90 फीसद तक असरदार है।