देवरिया: जिले में चल रहे एक बड़े फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज का पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह अंतरराष्ट्रीय कॉल्स को अवैध तरीके से लोकल कॉल में बदलकर सरकार को लाखों रुपये के राजस्व का चूना लगा रहा था। पुलिस ने गिरोह के एक सदस्य तेज नारायण सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस को काफी समय से सूचना मिल रही थी कि कुछ लोग अवैध एक्सचेंज के जरिए विदेशी कॉल्स को भारतीय नंबरों पर ट्रांसफर कर रहे हैं। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शहर के राम गुलाम टोला में दबिश दी और तेज नारायण को रंगे हाथों पकड़ा। उसके पास से भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और सिम कार्ड बरामद हुए हैं।
मॉरीशस में सीखी तकनीक, सरगना बांग्लादेशी
पुलिस पूछताछ में आरोपी तेज नारायण ने बताया कि वह 2015 से 2020 तक मॉरीशस में इलेक्ट्रीशियन का काम करता था। वहीं उसकी मुलाकात इस गिरोह के सरगना, बांग्लादेश निवासी आदिल अहमद और समीर से हुई थी। उन्होंने ही तेज नारायण को जल्दी अमीर बनने का लालच देकर इस अवैध कारोबार में शामिल किया।
आदिल और समीर ने उसे बताया कि विदेश से भारत में कॉल करने पर ज्यादा पैसे लगते हैं, लेकिन सिम बॉक्स की मदद से इसे लोकल कॉल में बदलकर मोटी कमाई की जा सकती है। तेज नारायण ने वहीं पर इस काम की पूरी तकनीकी जानकारी हासिल की।
कोलकाता से लाया सिम बॉक्स
मॉरीशस से भारत लौटने के बाद तेज नारायण गिरोह के सरगना के निर्देश पर कोलकाता गया। वहां एक व्यक्ति ने उसे सिम बॉक्स और कई भारतीय सिम कार्ड मुहैया कराए। तेज नारायण ने चालाकी से सिम बॉक्स को एक एम्प्लीफायर के रूप में डिजाइन किया और उसे लेकर अपने घर देवरिया आ गया।
घर पहुंचकर उसने मॉरीशस में सीखी तकनीक का इस्तेमाल कर सिम बॉक्स को इंटरनेट से कनेक्ट कर दिया। इसके बाद बांग्लादेश में बैठा समीर उसके व्हाट्सएप पर एक लिंक, आईडी और पासवर्ड भेजता था। लिंक पर क्लिक कर लॉगइन करते ही सिम बॉक्स में लगे सारे सिम कार्ड एक्टिव हो जाते थे और अंतरराष्ट्रीय कॉल को लोकल कॉल में बदलने का काम शुरू हो जाता था।
भारी मात्रा में उपकरण बरामद
अपर पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार पांडेय ने बताया कि आरोपी के ठिकाने से बड़ी संख्या में उपकरण जब्त किए गए हैं। पुलिस ने मौके से 6 सिम बॉक्स, 6 वाई-फाई राउटर, 43 एंटीना, 219 सिम कार्ड और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद किया है। आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।





