Explainer : ‘लिव इन और समलैंगिक संबंध भी परिवार’ SC के फैसले के मायने, कानूनी और सामाजिक पक्ष

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। परिवार (Family) की परिभाषा को विस्तारिक करते हुए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने एक अहम फैसला दिया है। कोर्ट ने कहा है कि पारंपरिक परिवार की तरह पारिवारिक संबंधों में अविवाहित भागीदारी (लिव इन रिलेशनशिप) या समलैंगिक संबंध भी शामिल हैं। फैसले में कहा गया है कि अविवाहित सहजीवन या समलैंगिक रिश्ते जैसी असामान्य पारिवारिक इकाइयां भी समान रूप से कानून के संरक्षण की हकदार हैं। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एएस बोपन्ना की पीठ ने आज ये अहम फैसला सुनाया।

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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।