खंडवा, डेस्क रिपोर्ट। खंडवा लोकसभा सीट (khandwa loksabha election) पर नजर गड़ाए हुए इस क्षेत्र की दो प्रमुख राजनीतिक हस्तियां कांग्रेस (congress) के टिकट के लिए होड़ में हैं। 2009 के लोकसभा चुनावों में सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव (former minister arun yadav) चाहते हैं कि पार्टी एक बार फिर उन पर विश्वास करे।
हालांकि, पिछली कांग्रेस सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा (surendra singh shera) अपनी पत्नी के लिए टिकट (ticket) मांग रहे हैं। संसदीय सीट पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव होना है। खंडवा लोकसभा सीट पर उपचुनाव इस साल कोरोना (corona) के कारण भाजपा सदस्य नंद कुमार सिंह चौहान (nand kumar Singh chauhan) की मृत्यु के बाद आवश्यक हो गया था।
अरुण यादव(Arun yadav) दिल्ली से वापस खंडवा पहुंच गए हैं। जहां उन्होंने चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। कार्यकर्ताओं से मुलाकात में उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए चेहरे कन्हैया कुमार (kanhaiya kumar) को प्रसार के लिए खंडवा लाया जाएगा। वहीं अरुण यादव ने शेरा के ऊपर किसी तरह की टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है।
मौजूदा निर्दलीय विधायक शेरा का दावा है कि उन्होंने AICC से संपर्क किया है और बाद में उन्हें खंडवा सीट से टिकट का आश्वासन दिया है। विधायक अपनी पत्नी के लिए निर्वाचन क्षेत्र से टिकट मांग रहे हैं विधायक ने दावा किया कि उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (kamalnath) और दिग्विजय सिंह (digvijay singh) से भी टिकट का आश्वासन मिला है।
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दूसरी ओर, कांग्रेस नेता अरुण यादव ने ऐसा कोई दावा नहीं किया। उन्होंने कहा कि टिकट प्रदान करना AICC का विशेषाधिकार है और इस समय तक कोई नहीं जानता कि टिकट किसे मिलेगा। पूर्व सांसद ने कहा कि वह टिकट के लिए इच्छुक थे क्योंकि उन्होंने 2009 के चुनावों में पहले ही सीट का प्रतिनिधित्व किया था। कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार former CM नाथ ने खंडवा लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए उपयुक्त उम्मीदवार खोजने के लिए एक सर्वेक्षण करवाया था। सर्वे एजेंसी ने रिपोर्ट सौंप दी है। नाथ सर्वे रिपोर्ट देखने के बाद निर्णय लेंगे।
उधर, कांग्रेस के ज्यादातर वरिष्ठ नेता निजी तौर पर मानते हैं कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव की उम्मीदवारी लगभग तय हो चुकी है। वरिष्ठ नेता ने टिप्पणी की यादव पिछले कई महीनों से जमीन पर काम कर रहे हैं। उनका नाम अंतिम है।
कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को अरुण यादव को बधाई देते हुए ट्वीट किया। दरअसल यादव ने 1 अक्टूबर को होने वाले ब्लॉक, मंडल और सेक्टर पदाधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए अपना कार्यक्रम ट्वीट किया था। ट्वीट का जवाब देते हुए दिग्विजय सिंह ने शुभकामनाएं अरुण (शुभकामनाएं) लिखा था।जिसके बाद अरूण यादव के टिकट मिलने की बात तेजहो गई है।
इससे पहले 2018 के विधानसभा चुनाव में नाथ ने एक सर्वेक्षण किया था और उन्होंने उसी के अनुसार टिकटों का वितरण किया था और परिणामस्वरूप कांग्रेस पार्टी ने मामूली सीटों के साथ चुनाव जीता था और सरकार बनाई थी। इस निर्वाचन क्षेत्र में चुनावी मुकाबला हमेशा से द्विध्रुवीय रहा है। जिसमें BJP और कांग्रेस ने नौ-नौ बार सीट जीती है। आगामी 19वें चुनाव के लिए एक बार फिर दोनों विरोधी दल आमने-सामने हैं। नेता दावा कर रहे हैं कि अरुण यादव उपचुनाव के लिए उपयुक्त उम्मीदवार हैं। उपचुनाव के लिए जीतने योग्य उम्मीदवार के चयन की जिम्मेदारी शीर्ष नेताओं को सौंपी गई है।