भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पंजाब की सियासत (Politics Of Punjab) में आया सियासी तूफ़ान कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt Amarinder Singh) के “सिद्धू पाक प्रेम वाले” बयान के बाद और बवाल मचा रहा है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) हालाँकि पंजाब की राजनीति को कांग्रेस (Congress) की अंदरूनी मामला बता रही है लेकिन कैप्टन अमरिंदर को एक निष्ठावान कार्यकर्ता बताते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर उनके साथ खड़ी है। पंजाब के सियासी ड्रामे के बीच मध्यप्रदेश भाजपा ने अमरिंदर के बयान के बाद कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू को यदि पार्टी सीएम का चेहरा बनाती है तो वे इसका खुलकर विरोध करेंगे, क्योंकि पाकिस्तान का प्रधानमंत्री सिद्धू का दोस्त है, जनरल वाजबा से सिद्धू की दोस्ती है वो उसके गले मिला है ये राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह बयान के बाद भारत की राजनीति में उबाल आ गया। भाजपा ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी बात पर अमरिंदर का समर्थन किया। मध्यप्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर ने एक के बाद एक कई ट्वीट किये। उन्होंने अमरिंदर की इस्तीफा देती हुई फोटो शेयर करते हुए लिखा – पंजाब का एकमात्र निष्ठावान कार्यकर्ता भी गया।
भाजपा नेता लोकेन्द्र पाराशर ने सिद्धू और जनरल वाजबा के गले मिलती फोटो शेयर करते हुए ट्वीट किया – जो पाकिस्तान के साथ है, राहुल गांधी उसके साथ है। उन्होंने सिद्धू के कपिल शर्मा शो के तकिया कलाम “ठोको ताली” को हैशटैग के साथ ट्वीट किया – सिद्धू की सनक के पीछे कौन कौन ..? पाकिस्तान का सेना अध्यक्ष पाकिस्तान का प्रधानमंत्री और राहुल गांधी!
लोकेन्द्र पाराशर ने ट्वीट किया – सेना के सिपाही की हुंकार, नहीं चलेगा पाकिस्तान का यार। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा – कैप्टन उतरा जंग में, लिए तिरंगा हाथ पाकिस्तान के यारों से, करने दो दो हाथ।
बहरहाल पंजाब का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला कांग्रेस आलाकमान को लेना है लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू को लेकर उनके इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। इधर भाजपा को कांग्रेस पर हमला करने के लिए एक और मौका मिल गया है। अब देखना होगा कि हमेशा अपने बयानों से अप्रत्यक्ष रूप से पकिस्तान का समर्थन करने वाले राहुल गांधी और उनकी पार्टी का सिद्धू प्रेम पंजाब की सियासत में कौन सी इबारत लिखती है और उस पर सेना का सिपाही कैप्टन अमरिंदर सिंह कितने सियासी रंग भरते हैं।