हैदराबाद, डेस्क रिपोर्ट ।प्रदेश सरकार (State Government) ने लाखों पेंशनर्स (Pensioners) को बड़ी राहत दी है। दरअसल पेंशन योजना (pension scheme) के तहत लाभार्थियों (beneficiaries) की आयु सीमा 65 वर्ष से घटाकर 57 वर्ष की गई है। जिसके बाद अब 57 साल के लाभार्थी भी पेंशन योजना के लिए पात्र हो जाएंगे। यह बदलाव ऐसे समय में किए गए हैं। जब सुप्रीम कोर्ट में मुफ्तखोरी और मुफ्त उपहार देने के वादे पर चिंता व्यक्त की गई है। हालांकि इसका लाभ प्रदेश के लाखों पेंशनर्स को होगा।
वहीं शनिवार को 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर पेंशन की घोषणा तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने की। आसरा पेंशन योजना के तहत नई पेंशन की घोषणा मुख्यमंत्री द्वारा की गई है। 15 अगस्त से इसे पूरे प्रदेश में लागू करने की तैयारी की जा रही है। बता दें कि वर्तमान में 60 वर्ष से अधिक आयु के 36 लाख से अधिक लोगों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। 36 लाख लोगों को प्रतिमाह ₹2016 पेंशन के रूप में रखी जाती है।
65 वर्ष की आयु को घटाकर 57 वर्ष किए जाने के बाद वृद्धावस्था पेंशन के लिए 10 लाख लोग और इसके लिए पात्र हो जाएंगे और लाभार्थियों को जल्द ही सूची से जोड़ा जाएगा। इसके बाद इन सभी लाभार्थियों को भी वृद्धावस्था पेंशन का लाभ दिया जाएगा। इतना ही नहीं सभी 46 लाख पेंशनभोगियों को बारकोड के साथ में पेंशन कार्ड भी जारी किए जाएंगे। वृद्धावस्था पेंशन भोगी के लिए आयु सीमा कम करने की योजना दिसंबर 2018 में तैयार की गई थी। विधानसभा चुनाव के पहले सत्तारूढ़ पार्टी राष्ट्रीय समिति द्वारा इसके लिए महत्वपूर्ण वादे किए गए थे।
हालांकि कोरोना को देखते हुए इस योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था लेकिन अब एक बार फिर से इसे तैयार किया गया है। इससे पहले मार्च में 2022 का वार्षिक बजट पेश किया गया था। जिसमें राज्य के वित्त मंत्री हरीश रावत ने चालू वित्तीय वर्ष में 57 से 65 वर्ष के लोगों को पेंशन योजना देने की घोषणा की थी।
वही CM की घोषणा के बाद इसे अगस्त से लागू किए जाने की घोषणा सीएम द्वारा की गई है। मामले में पंचायत राज विभाग के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि बड़े हुए पेंशन भोगियों के लिए अतिरिक्त वित्तीय आवंटन किया जाएगा। बता दे तेलंगना में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में मतदाताओं को खुश करने के साथ-साथ कर्मचारी अधिकारी के लिए भी लगातार तेलंगना सरकार बड़े निर्णय ले ली है विधानसभा चुनाव में तेलंगना सरकार पर पड़ सकता है।