Healthy Tips : क्या आपको आता है तेज गुस्सा, इन चीजों को खाना तुरंत करें बंद

Kashish Trivedi
Published on -

लाइफस्टाइल, डेस्क रिपोर्ट। क्या आपको छोटी छोटी बातों पर तेज गुस्सा (Anger) आता है। लाख कोशिशों के बावजूद गुस्से पर काबू रख पाना आप के लिए आसान नहीं होता। इसका मतलब है कि आपको Healthy Tips के जरिये अपने खाने पीने की आदतों में कुछ बदलाव करने की जरूरत है। आप किस तरह का खाना खाने के आदि हैं। इसका असर आपके स्वभाव (Mood) पर भी पड़ता है। आयुर्वेद (Ayurveda) में ऐसे लोगों को गर्म तासीर वाले खाने से दूर रहने की सलाह ही दी जाती है। जिसका असर वात, पित्त और कफ पर भी पड़ता है।

क्या है कनेक्शन?

गर्म तासीर वाला खाना और गुस्से का कनेक्शन समझना भी जरूरी है। गर्म तासीर वाला खाना यानि ऐसा भोजन, जिससे वात, पित्त और कफ में से पित्त का बैलेंस गड़बड़ा जाए। इसका सीधा असर पाचन पर पड़ता है, जो स्वभाव पर भी असर डालता है। याद करिए पुराने दौर में साधु संत सात्विक भोजन का जिक्र किया करते थे। ये सात्विक भोजन स्वभाव को काबू में रखने के लिए ही किया जाता था। अब इस दौर में भले ही आप साधु संत न बनना चाहें फिर भी कुछ चीजों से परहेज कर गुस्से पर काबू कर ही सकते हैं।

बैंगन

बैंगन में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो एसिडिटी बढ़ाते हैं। बैंगन जैसी सब्जी आमतौर पर तेज मसालों के साथ ही पकाई जाती है। जिसका असर और तेज हो जाता है। कई लोग बादी होने की समस्या के चलते भी बैंगन नहीं खाते। गुस्सा तेज हो तो बैंगन को कम से कम खाना ही बेहतर होगा।

ड्राईफ्रूट्स

एनर्जी और न्यूट्रिशन दोनों के लि।ए ड्राईफ्रूट्स फायदेमंद है। अगर आपका गुस्सा तेज है तो हर कभी ड्राईफ्रूट्स खाने की जगह इन्हें सीमित मात्रा में ही खाएं। बादाम जैसे मेवों को पानी में भिगा कर ही खाना बेहतर होगा।

Read More: MP School : 1 से 8वीं तक के छात्रों के लिए राज्य शिक्षा केंद्र की बड़ी तैयारी, इस तरह मिलेगा लाभ

टमाटर

आयुर्वेद ने टमाटर को ऐसी सब्जी माना है जिसे खाने से पित्त दोष गड़बड़ा जाता है। पित्त का संतुलन बिगड़ने से गुस्सा जल्दी आता है। तेज गुस्से वाले हैं तो टमाटर को कच्चा खाना कम कर दें। इसे ऐसी चीजों के साथ खाएं जिनकी तासीर ठंडी मानी जाती है।

चीनी

शक्कर से न सिर्फ गुस्सा बल्कि और भी कई तरह की परेशानियां होती हैं। अब तो मीठा कम से कम खाने पर ही जोर दिया जाता है। ज्यादा मीठा खाने का असर सेहत पर पड़ता है जो गुस्से के जरिए रिफलेक्ट होता है।

तला खाना या फास्ट फूड

ज्यादा तला खाना और फास्ट फूड भी गुस्सा बढ़ाने में मददगार होते हैं। आप बाहर के बने फास्टफूड के शौकीन हैं तो इस शौक को हफ्ते पंद्रह दिन में पूरा करने तक सीमित रखें। नियमित रूप से फास्टफूड खाने का असर डाइजेशन पर पड़ता है। जिसकी वजह से दीमाग भी परेशान होता है. नतीजा गुस्सा तेज हो जाता है।

Disclaimer : ये लेख अलग अलग शोधों पर आधारित है. https://mpbreakingnews.in इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह लेकर ही आगे बढ़ें।

About Author
Kashish Trivedi

Kashish Trivedi

Other Latest News