नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। भारत के मध्य और पश्चिमी तट पर व्यापक और अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग *IMD Alert) ने मंगलवार को 3 से 4 दिनों तक लगातार इन क्षेत्रों में भारी बारिश (heavy rain) की घोषणा कर दी है। इसके अलावा उत्तर खाड़ी और उससे सटे तटीय उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर एक कम दबाव का क्षेत्र (depression system) निर्मित हुआ है जबकि मानसून ट्रफ (monsoon active) सक्रिय है। जिसके कारण 4 से 5 दिनों तक क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
बता दें कि मानसून ट्रक से फ्री होने के साथ-साथ अपने सामान्य स्थिति में दक्षिण में स्थित है। इस दौरान उड़ीसा, बिहार बंगाल सहित मध्य भारत में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। इसके अलावा अगले 24 घंटे में एक डिप्रेशन केंद्रित होगा और उड़ीसा, छत्तीसगढ़ से पश्चिम उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा। जिससे उत्तर भारत में 3 से 4 दिनों तक गंगिया पश्चिम बंगाल के अलग-अलग क्षेत्रों सहित झारखंड, उड़ीसा, असम, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, मणिपुर में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि ओडिशा, छत्तीसगढ़, विदर्भ, गुजरात, कोंकण और गोवा और मध्य महाराष्ट्र और तेलंगाना के घाट क्षेत्रों में अगले 2-3 दिनों तक भीषण बारिश जारी रहेगी। विदर्भ, ओडिशा, गुजरात क्षेत्र, मध्य महाराष्ट्र घाट क्षेत्रों और कोंकण और गोवा में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, सौराष्ट्र और कच्छ, मराठवाड़ा, तेलंगाना और तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है।
इसके अलावा आईएमडी ने 9 अगस्त के लिए महाराष्ट्र, गुजरात क्षेत्र और ओडिशा के कुछ हिस्सों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। सौराष्ट्र और कच्छ को ऑरेंज अलर्ट पर रखा गया है, जबकि पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और कर्नाटकमें भारी बारिश की संभावना है। पश्चिम मध्य प्रदेश में 10 से 12 अगस्त तक, पूर्वी मध्य प्रदेश में 10 से 12 अगस्त तक, छत्तीसगढ़ में 9 से 14 अगस्त तक, विदर्भ में 10 और 14 अगस्त को, गुजरात क्षेत्र में 9 और 11 अगस्त को, सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश की संभावना है।
IMD ने 11 अगस्त को मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और Goa क्षेत्रों में 9 और 10 अगस्त को ओडिशा में बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। उत्तराखंड में 10 अगस्त और पूर्वी राजस्थान में 12 अगस्त को भी भारी बारिश की संभावना है। दक्षिण पूर्व राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और केरल और माहे में अलग-अलग स्थानों पर भी भारी बारिश की संभावना है।
ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों के साथ-साथ बंगाल की उत्तरी खाड़ी, मध्य और उससे सटे दक्षिण बंगाल की खाड़ी में 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से और और उत्तरी आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु के तटों पर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की उम्मीद है। अंडमान सागर के ऊपर 40-50 किमी प्रति घंटे से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, रायलसीमा और राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में बिजली और तेज हवाओं (40-50 किमी प्रति घंटे तक) के साथ गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। मध्य अरब सागर और इससे सटे दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-पूर्व अरब सागर के अधिकांश हिस्सों में बारिश होने की उम्मीद है। नतीजतन, मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे इन समुद्रों में बहुत दूर न जाएं।