नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। देश में प्री मानसून गतिविधि (Pre-monsoon activity) शुरू हो गई है। वहीं उत्तरी और पूर्वी राज्यों में भारी बारिश (rain alert) का दौर जारी है। असम में एक तरफ जहां बाढ़ (Assam flood) की चपेट में है। वहीं केरल में लगातार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त बना हुआ है। वहीं 20 मई के बाद उत्तर मध्य भारत में मौसम बदलने की संभावना जताई गई है। IMD Alert की माने तो पश्चिम विक्षोभ एक्टिव (western disturbance) होने की वजह से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बादल छाएंगे।
इसके अलावा 2 दिन के भीतर बिहार, झारखंड, बंगाल में गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। IMD Alert की माने तो केरल सहित असम, मेघालय, मणिपुर में बारिश का दौर जारी रहेगा। वही मानसून (Monsoon) की बात करें तो मानसून के समय से पहले दस्तक होने वाली है। 27 मई को केरल में मानसून की दस्तक की आशंका जताई गई है। इसके अलावा 12 से 15 जून के भीतर उत्तर और मध्य भारत में मानसून की दस्तक हो सकती है। मध्य प्रदेश सहित राजस्थान गुजरात में मानसून की दस्तक 16 से 17 जून को देखने को मिल सकती है।
हालांकि तापमान की बात करें तो उत्तर प्रदेश में आज जहां अधिकतम तापमान 42 डिग्री व न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किए जाने की संभावना है। 20 मई के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। दरअसल तापमान में चार से पांच फीसद की गिरावट रिकॉर्ड की जा सकेगी। इसके अलावा राजधानी दिल्ली में आज बादल घिरने के अलावा हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है।
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दिल्ली में जहां न्यूनतम तापमान 29 डिग्री व अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया जा सकता है। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान 13 डिग्री जबकि अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना जताई गई है। वहीं राजधानी भोपाल में गर्मी का दौर जारी रहेगा। आसमान में कड़ी धूप खिली रहेगी। न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना जताई गई है। वहीं अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।
चंडीगढ़ की बात करें तो न्यूनतम तापमान 25 डिग्री व अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना जताई गई है। वहीं जयपुर में अधिकतम तापमान 43 डिग्री व न्यूनतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है।आईएमडी की माने तो देश में समय से पूर्व मानसून की दस्तक के साथ मानसून दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी के अलावा पूरे अंडमान सागर और अंडमान निकोबार द्वीप समूह सहित पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्से में फैल चुका है।
गर्मी की लहर की स्थिति से थोड़ी राहत के बाद, उत्तर पश्चिमी भारतीय मैदानी इलाकों और मध्य भारतीय राज्यों में फिर से गर्मी की लहर देखी जा रही है और यह कुछ दिनों तक जारी रह सकती है। अधिकतम तापमान में 2 की वृद्धि हो सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है अगले 2-3 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत और मध्य प्रदेश के इन क्षेत्रों में 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी जा सकती है।
वही पर्वतीय राज्यों की बात करें तो आईएमडी ने 27 मई तक गंग पश्चिम बंगाल उड़ीसा सहित बिहार झारखंड बंगाल में छिटपुट बारिश और गरज चमक के साथ ओलावृष्टि की संभावना जाहिर की है। इसके अलावा 25 मई तक पर्वतीय राज्य सहित उत्तराखंड उत्तर प्रदेश हिमाचल जम्मू-कश्मीर में तेज हवाओं के साथ चमक और बारिश की आशंका जाहिर की गई है। हालांकि भारत मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर-पश्चिम भारत में एक नए Heatwave की भी भविष्यवाणी की है।
दरअसल गुरुवार को मौसम संबंधी रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले 3 दिन तक उत्तर पश्चिम भारत और मध्य प्रदेश में सपना ने 203 फीसद की वृद्धि देखी जा सकती है। इसके अलावा राजस्थान गुजरात हरियाणा में भी कई क्षेत्रों में Heatwave का अलर्ट जारी किया गया। हालांकि महाराष्ट्र में ओलावृष्टि के साथ बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है। गोवा में भी मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। इसके अलावा केरल कर्नाटक तमिलनाडु में भी लगातार बारिश का दौर जारी रहेगा।
आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में हीटवेव की चेतावनी जारी की गई है। हालांकि अन्य क्षेत्रों में मौसम सुहावना बना रहेगा। इसके अलावा पूर्वी राज्यों में भी मौसम में बदलाव देखने को मिल रहे हैं। तापमान में 5 से 7 फीसद की गिरावट रिकॉर्ड की गई है साथ ही बाढ़ का कहर जारी है।
ताजा गर्मी की लहर की स्थिति को ध्यान में रखते हुए इन क्षेत्रों के लिए मौसम की चेतावनी भी जारी की गई है। यह सुझाव देते हुए कि गर्मी की लहर कमजोर लोगों के लिए मध्यम स्वास्थ्य चिंता का कारण बन सकती है। इसलिए इन क्षेत्रों के लोगों को गर्मी के संपर्क से बचना चाहिए। हल्के रंग के, ढीले, सूती कपड़े पहनने चाहिए और सिर को कपड़े, टोपी या छतरी आदि से ढकना चाहिए।
अगले 24 घंटों में अपेक्षित वर्षा के कारण असम और मेघालय के दक्षिणी जिलों के कुछ वाटरशेड और पड़ोस में मध्यम जोखिम व्यक्त किया गया है। अगले 24 घंटों में अपेक्षित वर्षा के कारण दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, उत्तरी केरल से सटे तटीय कर्नाटक के कुछ वाटरशेड और पड़ोस पर मध्यम जोखिम व्यक्त किया गया है।
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इन क्षेत्रों में संभावित बारिश की स्थिति को देखते हुए मछुआरों के लिए भी चेतावनी जारी की गई है। उन्हें पश्चिम बंगाल तट, उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी, पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी, उत्तरी अंडमान सागर, दक्षिण अंडमान सागर, दक्षिण ओडिशा तट और उत्तरी ओडिशा तट, उत्तरी आंध्र तट और दक्षिण आंध्र तट, उत्तर में मछली पकड़ने की गतिविधियों से दूर रहने की सलाह दी गई है। तमिलनाडु तट, दक्षिण तमिलनाडु तट, बंगाल की खाड़ी, केरल तट, कर्नाटक तट, लक्षद्वीप क्षेत्र, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर और दक्षिण-पूर्व अरब सागर और कुछ अन्य में भारी बारिश हो सकती है।
पश्चिम उत्तर प्रदेश के झांसी में 18 मई को उच्चतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और पूर्वोत्तर राज्यों में अधिकांश स्थानों पर, पश्चिम राजस्थान और बिहार के कुछ स्थानों पर और जम्मू और कश्मीर, गुजरात क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर 1-3 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक के बीच बढ़ गया। तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल। उत्तराखंड में अधिकांश स्थानों पर, दिल्ली में कुछ स्थानों पर और पूर्वी उत्तर प्रदेश, विदर्भ और ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर तापमान 2-4 डिग्री सेल्सियस के बीच गिर गया है।
विदर्भ के अधिकांश हिस्सों, हरियाणा और चंडीगढ़ और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में और पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में अधिकतम तापमान 43-45 डिग्री सेल्सियस के बीच था। राजस्थान, दिल्ली और पूर्वी मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में, पश्चिम मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में, पंजाब के कुछ हिस्सों में, पूर्वी उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में और ओडिशा और गुजरात राज्य के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान और 40-43 डिग्री सेल्सियस के बीच था।