ग्वालियर, अतुल सक्सेना। कोरोना महामारी के चलते प्रदेश वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का काम चुनौतीपूर्ण रहा है। प्रदेश के अन्य शहरों की तरह ग्वालियर ने भी स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर परिणाम दिये है। एक बड़ा शहर होने के कारण भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, गुना, छतरपुर, टीकमगढ़ एवं धौलपुर के मरीज ग्वालियर में इलाज के लिए आते हैं। कोरोना काल के अनुभवों को देखते हुए यहाँ स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि की आवश्यकता जताई जा रही है। इसलिए जीवाजी विश्वविद्यालय ने मेडिकल कॉलेज खोलने की प्लानिंग की है। ज्योतिरादित्य सिंधिया सिंधिया ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मेडिकल कॉलेज के लिए कुछ मांग की है।
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बीजेपी से राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (BJP Rajya Sabha MP Jyotiraditya Scindia) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्र में अनुरोध किया है कि उक्त जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर(Jiwaji University Gwalior) में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करना चाहता है, मेडिकल कॉलेज (Medical College) होने पर होने वाले व्यय का वित्तीय भार विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं वहन किया जाएगा एवं शासन पर अतिरिक्त वित्तीय भार नही पड़ेगा।
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ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) से मांग की है कि जीवाजी विश्वविद्यालय इस हेतु ग्राम तुरारी में आरक्षित 17.454 हेक्टेयर भूमि हेतु राजस्व विभाग द्वारा वांछित प्रीमियम राशि रुपये 27,92,64,000 एवं 1,39, 63,200 माफ किये जाने की कार्यवाही किये जाने का कष्ट करें। सिंधिया ने विश्वास व्यक्त किया है कि इस मेडिकल कॉलेज के स्थापित हो जाने के बाद ग्वालियर में मरीजों को और अधिक बेहतर स्वस्स्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी।