भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। दिवाली से पहले मध्य प्रदेश (MP Corona Update) में कोरोना की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। आज 1 नंवबर 2021 को प्रदेश में फिर 8 नए पॉजिटव सामने आए है और 7 मरीज ठीक होकर घर पहुंचे है, जिसके बाद एक्टिव केसों की संख्या 116 हो गई है।मप्र में संक्रमण दर 0.01 प्रतिशत के साथ रिकवरी रेट 98.60 प्रतिशत हो गया है। चिंता की बात ये है कि इंदौर-भोपाल में लगातार केस सामने आ रहे है और बीते 1 हफ्ते से एक्टिव केसों का आंकड़ा 100 पार ही बना हुआ है।
एमपी गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (MP Home Minister Narottam Mishra) ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में #Corona के 8 नए केस आए हैं और संक्रमण की दर 0.01 फीसदी है।वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस 116 और रिकवरी रेट 98.60 फीसदी है।वही उन्होंने मध्यप्रदेश स्थापना दिवस की प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी और प्रधानमंत्री मोदी के #AatmaNirbharBharat के सपने को साकार करने में मध्यप्रदेश भी अपना योगदान दे रहा है।आइए, हम सभी एक विकसित #MadhyaPradesh बनाने में अपना योगदान दें।
इसके पहले रविवार 31 अक्टूबर 2021 को 16 नए पॉजिटिव मिले थे। इसमें इंदौर में सबसे ज्यादा 8, भोपाल-बालाघाट में 2-2 सागर और धार में 1-1 कोरोना पॉजिटिव मिले थे। चौंकाने वाली बात तो ये है कि अक्टूबर महीने में 24 जिलों में 317 पॉजिटिव सामने आए हैं। इसमें सबसे ज्यादा भोपाल में 125, इंदौर में 78 और धार में 23 संक्रमित आए हैं।इसके पहले 31 अक्टूबर को 16, 30 अक्टूबर को 6, 29 अक्टूबर को 10, 28 अक्टूबर को 19, 27 अक्टूबर को 20, 26 अक्टूबर को फिर 27, 25 अक्टूबर को 8, 24 अक्टूबर को 9, 23 अक्टूबर को 9, 22 अक्टूबर को 11, 21 अक्टूबर को 9, 20 अक्टूबर को 12 नए केस (MP Corona active Case) मिले थे।
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने चिंता जताते हुए कहा है कि बगैर टीके के कोई भी व्यक्ति शासकीय भवनों, सार्वजनिक स्थानों, दूकानों आदि में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। इंदौर में जिस तरह से कोरोना मरीजों की संख्या सामने आ रही है, उससे लग रहा है कि कोविड वायरस पुन: सक्रिय हो रहा है। अन्य देशों में भी कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। देखने में यह आ रहा है कि जिन लोगों ने कोरोना के टीके नहीं लगवाये है वह अत्यधिक प्राभावित हो रहे है।भीड़ भरे क्षेत्रों में जाने से बचे। बड़े कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जाये। बड़े सभागृह संचालकों को निर्देश दिये गये है कि वे SDM की अनुमति देखने के पश्चात ही कार्यक्रम आयोजन की अनुमति देवें।