भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (madhya pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) आज प्रदेश की जनता को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में बाढ़ (MP Flood) की स्थिति और उसके लिए प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्य पर बड़ी बात कही है। दरअसल सीएम शिवराज (CM Shivraj) ने कहा कि पिछले दिनों भयंकर वर्षा के कारण उत्तरी मध्य प्रदेश के कई जिलों में विशेषकर ग्वालियर और चंबल संभाग और विदिशा जिलों में बाढ़ ने तबाही मचा दी। अतिवृष्टि भी साधारण नहीं थी। अकेले श्योपुर जिले में 101 सेमी बारिश हो गई। बारिश (MP Rain) ने रिकॉर्ड सारे तोड़ दिए।
सीएम शिवराज ने कहा कि भयानक वर्षा के कारण नदियों में भयंकर बाढ़ आ गई। गांव के गांव तबाह हो गए। कई जगह जब पानी नीचे उतरा तो हजारों मकान मलबे के ढेर में तब्दील हो गए। गृहस्थी उजड़ गई। फसलों को नुकसान पहुंचा। बिजली के सबस्टेशन डूब गए। कुछ जगह तो पुल भी बह गए। ऐसी भयानक त्रासदी कभी देखी नहीं गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आपदा के आते ही मैं भी सक्रिय हो गया। प्रशासन भी सक्रिय था। मंत्री अपने प्रभार के जिलों में पहुंच गए। प्रधानमंत्री जी से मैंने कई बार बात की। प्रधानमंत्री जी ने भी फोन किए। हमारे आग्रह पर तत्काल एयरफोर्स के 6 हेलीकॉप्टर, बीएसएफ के जवान, सेना के जवान, आर्मी के कालम भेज दिए गए।
सीएम शिवराज ने बताया कि राहत के कामों के लिए, सहायता करने के लिए, पुनर्वास के काम के लिए, पुनर्निर्माण के काम के लिए मैं स्वयं, मंत्रियों की टीम और अधिकारी जुटेंगे। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियां भी सहयोग देंगी। तत्काल हमने कोशिश की कि कम से कम जिनका सबकुछ उजड़ गया, उनको भोजन मिल जाए। पशु बहे हैं तो भी चिंता न करें। दुधारू पशु गाय, भैंस बहे होंगे तो उसे लिए 30 हजार रुपए की राहत राशि दी जाएगी। गैर दुधारू पशु बैल, भैंसा के लिए भी 25 हजार रुपए की राहत की राशि दी जाएगी। अगर भेड़-बकरी बह गई होंगी तो 3 हजार रुपए की राहत की राशि देंगे।
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सीएम शिवराज ने बताया कि 6000 रुपए तत्काल राहत के रूप में, जिनके घर पूरी तरह से नष्ट हो गए, उनके लिए। ताकि वे चाहें तो किराए के कमरे में भी कुछ दिन रह सकें, जब तक मकान की व्यवस्था नहीं होती और चाहें तो तिरपाल इत्यादि की व्यवस्था कर सकें। सीएम शिवराज ने कहा कि जिनके मकान ढह गए हैं, पूर्णतः नष्ट हो गए हैं, निराश मत होना। उनके मकान बनवाने के लिए राशि दी जाएगी।यदि बाढ़ के कारण किसी भाई-बहन की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हो गई होगी तो उसके परिजनों को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दे जाएगी।
सीएम शिवराज ने कहा कि अपनी SDRF की टीम ने भी खूब काम किया। पुलिस, प्रशासन, निचले स्तर तक के कर्मचारी, कई नौजवान समाजसेवी, बचाव के काम में लग गए। मेरे बहनों- भाइयों मैं भी दिन-रात बचाव कार्य की मॉनिटरिंग करता रहा। एक बात की राहत है कि हम लोगों की जिंदगी बचाने सफल हो गए।
जानकारी देते हुए सीएम शिवराज ने बताया कि कई तरह की अधोसंरचनाएं नष्ट हुई हैं। हमारी प्राथमिकता है कि युद्ध स्तर पर हम बिजली की व्यवस्था बहाल करें। जहां पानी भरा हुआ है, वहां इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि भरे पानी में हम बिजली चालू नहीं कर सकते
जानकारी देते हुए सीएम शिवराज ने बताया कि 8900 लोग, जो बाढ़ के पानी में अलग-अलग जगह फंस गए थे। एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर ने, सेना के जवानों ने, एसडीआरएफ के जवानों ने, पुलिस ने इन लोगों का रेस्क्यू किया और बीच पानी में उन्हें बचाने में सफलता प्राप्त की। 32900 लोग निकालकर ऊंचे स्थानों पर पहुंचाकर राहत शिविरों में रखे गए।
सीएम शिवराज ने कहा कि हमने जान बचा ली। लेकिन माल नहीं बचा पाए। दुकानों और घरों के अंदर रखा सामान खराब हो गया।काम धंधे चौपट हो गए। लेकिन मेरे बहनों और भाइयों निराश होने की जरूरत नहीं है। हम तत्काल राहत के काम में लग गए हैं। मैंने राहत के कार्य के लिए 12 मंत्रियों की टास्क फोर्स बनाई है।
पशु बहे हैं तो भी चिंता न करें। दुधारू पशु गाय, भैंस बहे होंगे तो उसे लिए 30 हजार रुपए की राहत राशि दी जाएगी। गैर दुधारू पशु बैल, भैंसा के लिए भी 25 हजार रुपए की राहत की राशि दी जाएगी। अगर भेड़-बकरी बह गई होंगी तो 3 हजार रुपए की राहत की राशि देंगे: CM pic.twitter.com/Wq6F25xmB9
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) August 8, 2021