भोपाल, डेस्क रिपोर्ट मध्य प्रदेश (MP) में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj) ने हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर (Health and Wellness Center) की समीक्षा बैठक की इस दौरान अधिकारियों (officers) को भी निर्देश दिए हैं। दरअसल स्वास्थ्य क्षेत्र (health) में क्रांति लाने के लिए योजनाओं की समीक्षा की गई। इसके तहत आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश (aatmnirbhar madhya prdaesh) के लिए स्वास्थ्य में क्रांति के लिए समग्र प्रयास के निर्देश सीएम शिवराज (CM Shivraj) ने दी है। उन्होंने कहा की हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर से 12 प्रकार की सेवाएं निशुल्क प्रदान करने के लक्ष्य में किसी भी तरह की कमी नहीं रखी जाएगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में चमत्कार कर दिखायें। आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति लाने के समग्र प्रयास अत्यावश्यक है। लोगों को हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स से नि:शुल्क सम्पूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने में कोई कमी नहीं रहे। सीएम शिवराज आज मंत्रालय में हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स की समीक्षा कर रहे थे।
सीएम शिवराज ने कहा कि हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स से 12 प्रकार की सेवाएँ नि:शुल्क प्रदान करने के लक्ष्य में कोई कमी नहीं छोड़ी जाये। सीएम शिवराज ने सुरक्षित प्रसव कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्रों में कार्य करने वाली नर्सों को बेहतर और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध रहे। सीएम शिवराज ने कहा कि हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स की नियमित मॉनिटरिंग की जाये। मरीजों को प्राथमिकता से सेंटर्स पर बेहतर उपचार की सुविधाएँ उपलब्ध करायें।
सीएम शिवराज ने कहा कि हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स पर रोगियों की जाँचें अच्छे ढंग से हो। टी.बी. की बीमारी खत्म करने अभियान चलायें और नेत्र ज्योति अभियान बेहतर तरीके से संचालित करें। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर नियमित बेहतर सेवाएँ मिल रही हैं। उन्होंने इन केन्द्रों पर प्रसव केन्द्र बनाये जाने के निर्देश दिए।
अधिकारियों ने जानकारी दी कि मध्यप्रदेश हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स क्रियाशील किये जाने में भारत सरकार के लक्ष्य से आगे चल रहा है। वर्ष 2021-22 में भारत सरकार के लक्ष्य 8474 के विरूद्ध 8961 सेंटर्स क्रियाशील किए गए हैं। संस्था से दवा प्राप्त करने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। विभिन्न प्रकार की जाँचें इन सेंटर्स पर की जा रही हैं।