भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश में लगातार हुई भारी बारिश (MP Heavy rain) से कई गांव सहित अन्य शासकीय विभाग और स्कूल (MP School) जर्जर अवस्था में पहुंच गए हैं। इसी बीच रविवार को शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में दीवार गिरने से शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो गई थी। जिस पर अब स्कूल शिक्षा विभाग (MP School education department) ने बड़े कदम उठाए हैं।
दरअसल राजधानी भोपाल में कुछ स्कूलों में वर्षा का पानी भरने से परेशानी बढ़ गई है। भोपाल के 30 से ज्यादा स्कूल के भवन अपनी जर्जर अवस्था में पहुंच गए हैं जबकि कई स्कूलों में पानी भरने से शैक्षणिक व्यवस्था प्रभावित हो रही है। स्कूल शिक्षा विभाग ने शासकीय स्कूल के निरीक्षण के लिए अधिकारी की तैनाती की है। कई स्कूलों के भवन की स्थिति का ग्रहण करने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में इंजीनियर और अधिकारियों की टीम ने रिपोर्ट जारी किया है।
इन रिपोर्टों के आधार पर स्कूलों को बजट भी जारी कर दिया गया है। दरअसल भोपाल जिले में 112 High और हायर सेकेंडरी स्कूल की मरम्मत के लिए प्रति स्कूल तीन तीन लाख रुपए की राशि जारी की गई है। इसके अलावा अभी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों के लिए निरीक्षण का कार्य जारी है। रिपोर्ट तैयार होने के बाद जल्दी उसके लिए बजट जारी किया जाएगा।
विभाग के अधिकारी ने बताया कि राजधानी में स्कूल ऐसे हैं, जिसमें अधिक वर्षा के कारण शैक्षणिक व्यवस्था प्रभावित हुई है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कराए गए सर्वे में जो बात निकल कर सामने आई है। उसमें प्राथमिक स्कूलों की स्थिति ज्यादा नाजुक है। दरअसल स्कूलों के भवन अधिक जंजीर हालत में पाए गए हैं। इसीलिए 3 से 10 लाख रुपए तक का बजट जारी करने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
मामले में डीईओ नितिन सक्सेना का कहना है कि कुछ स्कूल प्रभावित हुए हैं। भारी बारिश के कारण शिक्षा कार्य प्रभावित हो रही है। सभी स्कूल भवन का निरीक्षण कराया जा रहा है। अभी तक 17 स्कूल चिन्हित किए गए हैं, जो जर्जर अवस्था में पहुंच गए हैं। इससे पहले 112 स्कूलों के लिए बजट जारी कर दिया गया है। वहीं स्कूलों में 2 शिफ्ट में कक्षाएं लगाई जा रही है।