भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश में मेडिकल ऑफिसर (Medical officers) की भर्ती के लिए MPPSC द्वारा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस मामले में विज्ञापन भी जारी कर दिया गया है। शीघ्र ही इन रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया आयोजित की जाएगी। इसके लिए आयुष महाविद्यालय द्वारा छात्रों की समस्याओं को लेकर भी विस्तृत चर्चा की गई है।
मामले में विभागीय अधिकारियों से चर्चा के बावजूद की 5 सूत्रीय मांग को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया। इस मामले विशेषज्ञ अधिकारियों का कहना है कि प्रदेश के स्नातक ग्रह चिकित्सक और स्नातकोत्तर में दी जाने वाली छात्रवृत्ति को समय अनुसार संशोधन किए जाने की वजह से कई समस्याएं उत्पन्न हो रही है।
जगमग होगा क्षिप्रा का तट, 21 लाख दियों से सजेगी महाकाल की नगरी, बनेगा रिकॉर्ड, यह होंगी व्यवस्थाएं
इसके अलावा उच्च न्यायालय के आदेश के मुताबिक आयुर्वेद अध्यक्षों को छात्रवृत्ति मानदेय राज्य के चिकित्सा पद्धति के अध्ययनों के समकक्ष मिलने चाहिए। साथ ही उपभोक्ता मूल्य सूचकांक से जोड़े जाने के साथ ही छात्रवृत्ति में प्रतिवर्ष वृद्धि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर किए जाने संबंधी फैसला भी लिया गया है। जिसमें जल्द कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि मध्य प्रदेश आयुर्वेद विश्वविद्यालय जबलपुर से आयुष शाखा को अलग करने और अन्य राज्यों की तरह मध्यप्रदेश में नहीं आयुष विद्यालय की स्थापना के लिए विभाग को लगातार पत्र लिखा जा रहा है और शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की जा रही है। आयुष चिकित्सकों आपातकालीन एलोपैथी पद्धति के उपयोग अधिकार मिलने के संबंध में भी मांग की गई है। मध्यप्रदेश राज्य पत्र द्वारा इसमें प्रावधान किए जाने की सूचना भी जारी कर दी गई है। मध्यप्रदेश में जल्द ही अब आयुष औषधालय और हॉस्पिटल में चिकित्सा अधिकारियों के 763 पदों पर भर्ती शुरू की जाएगी।