लखनऊ, डेस्क रिपोर्ट। करोड़ों राशन कार्ड धारकों (Ration card holders) के लिए बड़ी अपडेट है। दरअसल यदि अभी फ्री योजना (free scheme) का लाभ लेते हैं तो आपको बड़ी राहत मिलेगी। राज्य सरकार द्वारा लाभार्थियों को 30 सितंबर तक फ्री राशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। ग्राहकों को राशन योजना (ration scheme) के लिए तय की गई राशि का भुगतान करना होगा।
बता दें कि लाभार्थियों को 30 सितंबर तक फ्री राशन का लाभ मिलेगा। यानि लाभार्थियों को सितंबर महीने तक राशन के लिए एक भी पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा। हालांकि सितंबर महीने के बाद सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क के तहत ही राशन योजना का लाभ हितग्राही ले सकेंगे। इससे पहले खबर आई थी कि सरकारी राशन की सुविधा को अगस्त महीने में ही बंद कर दिया जाएगा। हालांकि सरकार द्वारा इन खबरों से इंकार किया गया है।
दरअसल उत्तर प्रदेश में फ्री राशन स्कीम के लिए छटवें चरण की शुरुआत सितंबर महीने से हो गई है। उत्तर प्रदेश में गरीब कल्याण योजना के तहत 15 करोड़ लाभार्थियों को सरकार द्वारा फ्री राशन की सुविधा का लाभ दिया जाता है। सितंबर महीने में हितग्राहियों को चना चावल गेहूं आदि का वितरण किया जाएगा।
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बता दें कि उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा जून 2020 में फ्री राशन वितरण के निर्देश दिए गए थे। हालांकि अब योजना में बदलाव कर दिया गया है । जुलाई के राशन कार्ड धारकों को नियमित राशन के लिए गेहूं 2 किलो चावल 3 किलो की दर से खरीदना अनिवार्य होगा। वही राशन वितरण का शेड्यूल 2 महीने की देरी से चल रहा है। ऐसे में सितंबर महीने के बाद हितग्राहियों को मूल्य का भुगतान करने पर ही राशन का लाभ उपलब्ध कराया जाएगा।
हालांकि फर्जी राशन कार्ड धारकों को सरकार द्वारा नोटिस भी भेजा जा रहा है। कई अपात्र लाभार्थी ने अपने राशन कार्ड फ्रीज करवा लिए हैं। इसी बीच असम के मुख्यमंत्री ने बड़ा खुलासा किया है। दरअसल उन्होंने कहा कि राशन कार्ड को आधार से लिंक करने पर कई अपात्र लाभार्थियों का पता चला है। ऐसे में 50 लाख राशन कार्ड धारक राशन कार्ड निरस्त किए गए हैं। जिनमें से कुछ की मृत्यु हुई होगी।
वहीं कुछ लोग विवाहित होने की वजह से राशन कार्ड से अलग हो गए हैं जबकि बहुत राशन कार्ड फर्जी भी पाए गए हैं। कई अपात्र लोग इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। जिसके कारण राशन कार्ड डिटेल से 40 लाख लाभार्थियों के नाम अलग किए गए हैं। इनमें से कई फर्जी राशन कार्ड धारक डुप्लीकेट और फर्जी लाभार्थी सहित अपात्र व्यक्ति के रूप में चिन्हित किए गए हैं।