भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। केंद्रीय मंत्री (Union minister) बनने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) का पहला कथित राजनीतिक दौरा मध्यप्रदेश में जल्द शुरू होने वाला है। जानकारी की माने तो BJP संगठन ने केंद्रीय मंत्री बने एमपी के दो दिग्गजों Scindia और वीरेंद्र कुमार (virendra kumar) को अपने-अपने क्षेत्रों में यात्रा निकालने के निर्देश दिए हैं। एक तरफ जहां वीरेंद्र कुमार महाकौशल जबलपुर से अपनी राजनीतिक यात्रा को शुरू करेंगे। वही श्रीमंत भी 16 अगस्त को मध्यप्रदेश के देवास से अपनी यात्रा शुरू करेंगे।
मोदी कैबिनेट (Modi Cabinet) में केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) मध्य प्रदेश के दौरे पर आ रहे है।अगस्त माह August 2021 में होने वाला यह दौरा तीन दिवसीय होगा, इसमें वे 16 अगस्त को गुना, 17 को राजगढ़ और 18 को छिंदवाड़ा जाएंगे। हालांकि गुना, राजगढ़ और छिंदवाड़ा यह तीनों ही इलाके Scindia के दौरे के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा छिंदवाड़ा जिले की है। दरअसल छिंदवाड़ा एक तरफ जहां कमलनाथ का गढ़ है। वहीं दूसरी तरफ कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ छिंदवाड़ा से सांसद है। जिसके बाद सिंधिया के इस दौरे को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है।
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13 साल बाद यह दूसरा मौका होगा जब सिंधिया 18 अगस्त को एक दिवसीय प्रवास पर छिंदवाड़ा पहुंचेंगे। सिंधिया के दौरे की खबर लगते ही छिंदवाड़ा की राजनीतिक हलकों में सरगर्मी तेज हो गई है। इस दौरे को आगामी चुनावों और नाथ के किले को भेदने से जोड़कर देखा जा रहा है।
मालवा क्षेत्र के 4 शहर से केंद्रीय मंत्री आशीर्वाद यात्रा निकालें।गे जिसमें एक तरफ जहां वह आम जनता से संवाद करेंगे। वहीं दूसरी तरफ उपचुनाव की तैयार हुई रूपरेखा को भी सफल करने की कोशिश की जाएगी। ज्ञात हो कि मालवा से ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके पूर्वजों के आत्मीय रिश्ते रहे हैं।
इसके अलावा सिंधिया राजघराने की संपत्ति आज भी मालवा की शान है। उज्जैन के महाकाल मंदिर का जीर्णोद्धार भी सिंधिया राजवंश ने ही कराया था। वही जल्द मालवा के खंडवा लोकसभा और जोबट विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं। जिसके पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया की गई यात्रा काफी अहम मानी जा रही है। सिंधिया का इन चित्रों में काफी प्रभाव है ऐसे में संध्या का यह दौरा बीजेपी के लिए उपचुनाव से पहले फायदेमंद साबित हो सकता हैं।