भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में शिवराज सरकार (shivraj government) द्वारा वन मंडल को लेकर बड़ी तैयारी की जा रही है। सूत्रों की मानें तो राज्य सरकार प्रदेश के 10 वन मंडल (Forest Division) बंद करने की तैयारी में है।वन विभाग द्वारा मामले में प्रस्ताव (proposal) तैयार कर लिया गया है और इसे शासन को भेज दिया गया है। माना जा रहा है कि जल्द ही इस मामले में निर्णय होने की संभावना है।
दरअसल प्रदेश में 30 सामान्य और 9 उत्पादन वन मंडल है। वहीं सरकार द्वारा ऐसे वनों का चयन किया गया है, जो घने जंगल में है और वहां संरक्षण के अलावा अन्य कोई काम नहीं बचा है। 10 वन मंडल को बंद करने की तैयारी है। इस मामले में विभाग का कहना है कि चयनित वन मंडल में इतना काम नहीं बचा है। वहां भारतीय वन सेवा के अधिकारी को पदस्थ किया जाए। अधिकारियों का कहना है कि इन वन मंडलों को बंद करके इन्हें दूसरे नजदीक के वन मंडलों में सम्मिलित किया जाएगा।
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वन अधिकारी की मानें तो मंडला शिवनी और बेतूल का बड़ा हिस्सा वन विकास निगम के कार्य क्षेत्र में चला जाएगा जबकि छिंदवाड़ा में भी ऐसे ही हालात हैं। खंडवा के सेंधवा में छोटा वन मंडल का सामान्य उत्पादन में कोई काम नहीं किया जा सकता है। सरकार द्वारा इन वनमंडलों को खत्म कर इन के आसपास दो वनमंडल तैयार किए जाएंगे। जिससे वन मंडल क्षेत्र भी बढ़ जाएगा और मुख्य वन संरक्षक स्तर के अधिकारी को भी यहां पदस्थ किया जा सकेगा।
अधिकारियों ने बताया कि घने जंगल और संरक्षण के अलावा इन वनों में पौधारोपण और उत्पादन बेहद मुश्किल है। वही वन विकास निगम और संरक्षित क्षेत्र के बफर जोन में जमीन जाने के कारण इन वन मंडलों में भूमि भी कम ही रह गई है, जिसके कारण इसे बंद करने का निर्णय लिया गया है। बता दे कि जिन 10 वन मंडलों को बंद किया जा रहा है, उसमें खंडवा के सेंधवा, रायसेन, देवास, मंडला, छिंदवाड़ा, सिवनी और शहडोल शामिल है।