नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। देश में कोरोना के हालात को देखते हुए विश्व विद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने उन छात्रों को एक बड़ी राहत दी है जो असिस्टेंट प्रोफ़ेसर (Assistant Professor) पद के लिए आवेदन कर रहे हैं। UGC ने युवाओं के हित में बड़ा फैसला लेते हुए असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर भर्ती के लिए पीएचडी की अनिवार्यता को 2021 तक के ख़त्म कर दिया है।
विश्व विद्यालय अनुदान आयोग (UGC) बेरोजगार युवाओं की मांग और उनकी परेशानी को समझते हुए असिस्टेंट प्रोफेसर पद की सीधी भर्ती के लिए पीएचडी की अनिवार्यता रद्द करते हुए इसकी तारीख को 1 जुलाई 2021 से बढ़ाकर 1 जुलाई 2023 कर दिया है।