मप्र में 12400 नए केस और 97 ने तोड़ा दम, सीएम बोले- कर्फ्यू के सफल परिणाम

Pooja Khodani
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट।मप्र (Madhya Pradesh) में पिछले 24 घंटे में 12400 नए कोरोना पॉजिटिव सामने आए है और 97 की मौत हो गई  पिछले 24 घंटे में 13 हजार 584 कोरोना के मरीज स्वस्थ हुए, जिसके बाद प्रदेश में कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की संख्या 92 से घटकर 90 हजार 796 हो गई है। वही प्रदेश का रिकवरी रेट 83 प्रतिशत हो गया है। प्रदेश में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट में भी गिरावट दर्ज की जा रही है।मप्र की औसत पॉजिटिविटी रेट 21.1% हो गया है तथा 7 दिन की औसत पॉजिटिविटी रेट 22.4% है। देश की सात दिनों की औसत पॉजिटिविटी रेट 21% है।

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इसके अलावा  इंदौर जिले में सर्वाधिक 1811 नए कोरोना प्रकरण आए हैं। भोपाल में 1713, ग्वालियर में 980, जबलपुर में 771, रीवा में 345, उज्जैन में 322, रतलाम में 280, सागर में 257, शहडोल में 256 तथा धार में 249 नए कोरोना प्रकरण आए हैं। एक्टिव केसेस की संख्या में प्रदेश का स्थान देश में 7वें से घटकर 13वें स्थान पर आ गया है, पॉजिटिव केस वृद्धि दर जो 25 प्रतिशत से ऊपर चली गई थी वह घट कर 21 प्रतिशत हो गई है।

सीएम शिवराज सिंह बोले-संक्रमण बढ़ा तो सारी व्यवस्थाएं होंगी ध्वस्त, भीड़ लगाना बंद करें

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने कहा है कि कोरोना से लड़ाई घर के अंदर रह कर ही लड़ी जा सकती है।कोरोना की संक्रमण चेन तोड़ना ही उसके नियंत्रण का सफल तरीका है। जनता कर्फ्यू के द्वारा जनता के सहयोग से मप्र में संक्रमण की स्थिति पर नियंत्रण के परिणाम मिलने लगे हैं। संक्रमण का प्रसार यदि तेजी से होता रहा तो सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो सकती हैं। इसलिए संक्रमण नियंत्रण की गाइड लाइन का कड़ाई से पालन जरुरी है।

बसों का संचालन बंद

मप्र में कोरोना संक्रमण की प्रभावी रोकथाम के लिए महाराष्ट्र, राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ की और जाने और आने वाली बसों का संचालन पूर्ण रूप से 7 मई तक स्थगित किया गया है। इस संबंध में दोनों राज्यों के लिए पृथक-पृथक आदेश जारी किये गये है। जिसके अनुसार स्थगन की अवधि 30 अप्रैल से बड़ा कर 7 मई 2021 तक कर दी गई है।

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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