राजधानी में लगातार पैर पसार रहा कोरोना, 162 नए कोरोना पॉजिटिव मामले आए सामने

Gaurav Sharma
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट

मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना का कहर (Corona Havoc) चरम पर है। कोरोना का कहर है कि प्रदेश मे रुकने का नाम ही नहीं ले ला रहा है। आए दिन कोरोना संक्रमित (Corona infected) नए मामले प्रदेश में आ रहे है, जिसको लेकर शासन-प्रशासन दोनों ही इसके रोकथान के लिए प्रयासरत है। वहीं प्रदेश कि राजधानी भोपाल ( Madhya Pradesh Capital Bhopal) में भी कोरोना जमकर अपने पैर पसार रहा है। बुधवार को राजधानी भोपाल में कोरोना के 162 संक्रमित नए मामले सामने आए है। जिसके बाद कोरोना के भोपाल में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या  9 हजार 778 हो चुकि है। वहीं अब तक कोरोना के खिलाफ जंग जीत कर 7 हजार 855 संक्रमित मरीज अपने घर जा चुके है, वहीं कुल 266 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकि है। वहीं प्रशासन हर संभव प्रयास कर इसके रोकथाम के लिए काम कर रहा है।

इऩ जगह निकले कोरोना मरीज

भोपाल (Bhopal) के एसबीआइ बैंक हेड ऑफिस से 5 लोग कोरोना संक्रमित मिले है, वहीं ईएमई  सेंटर से 5 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जीएमसी से 4 डॉक्टर सहित सीटीवीएस डिपार्टमेंट से एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। गोविंदपुरा थाने से एक जवान कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। ऊर्जा विकास निगम से एक व्यक्ति संक्रमित निकला है। प्रोफेसर कालोनी से 4 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए है। वहीं चार इमली से एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। आकाश गंगा कालोनी शाहपुरा से एक ही परिवार के दो लोग संक्रमित निकले है। राहुल नगर टीटीनगर से 5 लोग संक्रमित मिले है। जहांगीराबाद से 1 व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई  है तो जेल कालोनी करोंद से 2 लोग संक्रमित निकले है। पुलिस लाइंस भोपाल से 2 लोग संक्रमित मिले है और आइसर क्वॉरेंटाइन सेंटर से 7 लोग संक्रमित मिले है, वहीं अरेरा कालोनी से एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित

प्रदेश में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 55 हजार 800 पहुंच चुकि है, वहीं एक्टिव केसों की संख्या 12 हजार 255 है। अब तक कोरोना से ठीक होकर कुल 42 हजार 310 अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर लौट चुके है। वहीं अब तक कुल 1 हजार 265 मरीजों की कोरोना के चलते मौत हो चुकि है।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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