भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। केन्द्र की मोदी सरकार (central government) द्वारा कैबिनेट बैठक (Cabinet Meeting) में खरीफ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) बढ़ाए जाने के बाद मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि खरीफ फसलों की बुआई के पहले खाद और बीज की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
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दरअसल, आज गुरुवार को कृषि मंत्री कमल पटेल (Agriculture Minister Kamal Patel) ने मंत्रालय में आयोजित कृषि विभाग की समीक्षा बैठक की और न खरीफ फसलों की बुआई से पूर्व यूरिया, DSP, बीज और अन्य कृषि आदानों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। अधिकारियों को खरीफ की फसल से संबंधित ज़रूरी निर्देश भी दिए।
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि नकली खाद, बीज और दवाओं के कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।वही अधिकारियों को अरहर, मक्का और तिल्ली के अलावा अन्य वैकल्पिक फसलों के संबंध में किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है। इससे सोयाबीन की फसल के विकल्प पर भी कृषक विचार कर उन्नत खेती की ओर अग्रसर हो सकेंगे।
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बता दे कि बुधवार को मोदी सरकार ने कैबिनेट की बैठक में खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 की खरीफ फसलों पर 50 से लेकर 85% तक न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने का फैसला लेकर किसानों को बड़ी सौगात दी है।खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने के लिए आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने मंजूरी प्रदान कर दी है।