Bhopal bank robbery incident : क्या ऑनलाइन गेम किसी को अपराधी बना सकते हैं ? शुक्रवार को राजधानी भोपाल में हुई वारदात चौंकाने वाली है। साथ ही चेतावनी भी कि किसी भी चीज़ की अति आखिरकार नुकसानदेह ही होती है। भेल क्षेत्र के पिपलानी इलाके में एक युवक ने बैंक में लूट की वारदात को अंजाम देने की कोशिश की। उसने ऑनलाइन गेम में 2 लाख रुपए गंवाने के बाद लूट की योजना बनाई।
आजकर हर किसी के हाथ में स्मार्टफोन है और इंटरनेट के ज़रिए एक क्लिक पर आपके लिए हज़ार सुविधाएं मौजूद हैं। लेकिन किसी भी वस्तु का इस्तेमाल पूरी तरह व्यक्ति के विवेक पर निर्भर करता है। आज के डिजिटल वर्ल्ड में हम अलग अलग प्लेटफॉर्म के ज़रिए अपने काम भी कर सकते हैं, सोशल सर्किल बना सकते हैं और अगर जरा भी भटके तो इस तरह के जाल में फँसकर अपने हाथों अपना भविष्य भी बिगाड़ सकते हैं।
क्या है मामला
शुक्रवार को पिपलानी के धनलक्ष्मी बैंक में एक युवक पहुंचा। पहले उसने यहां अपना अकाउंट खुलवाने की बात कहकर कुछ पूछताछ की। बैंककर्मियों द्वारा पुलिस को बताया गया कि जो युवक खाता खुलवाने आया था, उसने अपने मुँह पर मास्क लगा रखा था। युवक ने अपना नाम संजय कुमार बताया और कहा कि वो उज्जैन का रहने वाला है। खाता खोलने के लिए जब उससे डॉक्यूमेंट्स मांगे गए तो उसने बैंक कर्मचारियों को एक रेंट एग्रीमेंट थमा दिया। उसे बताया गया कि इस पेपर से खाता नहीं खुल सकता है। ये सुनने के बाद युवक लौट गया।
लेकिन शाम को करीब चार बजे वो युवक दोबारा बैंक में आया। उसने मास्क लगाया हुआ था और हेलमेट भी पहना था। बैंक में घुसते ही उसने वहां मौजूद बैंककर्मियों पर पेपर स्प्रे करना शुरु कर दिया और कैश काउंटर की ओर बढ़ने लगा। लेकिन इसी दौरान वहाँ मौजूद बैंककर्मी और अन्य लोग उसे पकड़ने के लिए दौड़े। ये देखकर युवक बैंक का गेट खोलकर भाग निकला। इसके बाद बैंक ने पुलिस में मामले की शिकायत की। शिकायत मिलने के दो घंटे के भीतर ही पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस की गिरफ्त में आए युवक ने बताया कि उसे ऑनलाइन गेम खेलने का चस्का था और इसमें फँसकर उसने दो लाख रुपए गवां दिए थे। आरोपी की उम्र 24 साल है और ऑनलाइन गेम के चक्कर में पैसे गंवाने के कारण उसकी कॉलेज फीस भी बकाया थी और कई दोस्तों का उधार भी हो गया था। इसी कारण उसने बैंक लूटने का प्लान बनाया। इसके लिए उसने कई बैंकों की रेकी भी की थी। पुलिस ने आरोपी के पास से पेपर स्प्रे और बाइक बरामद की है। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें पूरी वारदात रिकॉर्ड हो गई है।
Online Games की लत है खराब
बता दें कि ऑनलाइन गेम ऐसे डिजिटल गेम्स होते हैं जिन्हें इंटरनेट के माध्यम से खेला जाता है। ये गेम मनोरंजन के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं, लेकिन इनमें से कुछ गेम में लोग असली पैसे का भी उपयोग करते हैं। अब तक कई लोग ऑनलाइन गेम में फंसकर अपने पैसे गंवा चुके हैं। इन गेम्स की बात करें तो कई में In-App Purchases होता है, जिसमें खिलाड़ी गेम के अंदर नए फीचर्स, वर्चुअल आइटम्स या एडवांस लेवल पाने के लिए असली पैसे खर्च करते हैं। कई और गेम्स जैसे ऑनलाइन पोकर या रमी में जुए की तरह पैसे लगाए जाते हैं और लोग जीतने के लालच में पैसे लगा देते हैं । फैंटेसी स्पोर्ट्स जैसे ड्रीम11 या MPL पर लोग अपनी टीम बनाते हैं और पैसे लगाते हैं। वहीं कुछ गेम इतने आकर्षक होते हैं कि लोगों को उनका एडिक्शन हो जाता है। कुछ फर्जी गेम्स स्कैम होते हैं और इन्हें लोगों की व्यक्तिगत जानकारी और बैंक डिटेल्स चुराने के लिए बनाया जाता हैं। ऐसे अलग अलग गेम्स में फँसकर कई बार लोग अपने पैसे गंवा देते हैं। कई बार खिलाड़ी इन वर्चुअल गेम्स में भारी रकम खर्च कर देते हैं, इसीलिए ऑनलाइन गेम खेलते समय इस बात का ध्यान रखना आवश्यक है कि किसी भी तरह के लालच या टेम्टेशन में आकर अपने पैसे न गंवाएं और खेल को खेल ही रहने दें।