Beware of Catfishing : अब हम डिजिटल युग में हैं। आज प्रौद्योगिकी और सूचना के प्रसार का मुख्य माध्यम डिजिटल साधन बनते जा रहे हैं और अधिकांश चीजें हमारे एक क्लिक से संभव हो जाती हैं। फिर चाहे रेल फ्लाइट का टिकट हो, किसी को पैसे भेजने हों, हजारों किलोमीटर दूर बैठे दोस्तों रिश्तेदारों से वीडियो कॉलिंग हो या फिर ऑनलाइन फ्रेंडशिप ही क्यों न हो। इन्टरनेट और सोशल मीडिया आज हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है। लेकिन इसी के साथ कई तरह के साइबर क्राइम भी आकार ले चुके हैं। इन्हीं में से एक है कैटफिशिंग।
आज के ‘इन्फॉर्मेशन ऐज’ (Information Age) या ‘इंटरनेट युग’ (Internet Age) में कंप्यूटर, इंटरनेट और अन्य डिजिटल तकनीकों पर हमारी निर्भरता बढ़ती जा रही है। हम इनके साथ ज्यादा समय बिता रहे हैं। ऐसे में अपराधों का भी डिजिटलीकरण हो चुका है। अब अपराधियों ने भी इंटरनेट की दुनिया में अपना जाल फैला लिया है। आए दिन हम नए तरीके के फ़्रॉड या धोखाधड़ी के मामले देखते सुनते आ रहे हैं। ऐसा ही एक अपराध है कैटफिशिंग, जो एक प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी है। इसमें एक व्यक्ति सोशल मीडिया, डेटिंग वेबसाइट या अन्य ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर फर्जी या झूठी पहचान बनाकर किसी दूसरे व्यक्ति को धोखा देता है।
क्या है Catfishing ?
कैटफिशिंग में व्यक्ति अपनी असली पहचान छिपाकर किसी और के नाम, तस्वीर या जीवन की जानकारी का उपयोग करता है ताकि वह दूसरों को भावनात्मक, व्यक्तिगत या आर्थिक रूप से अपने जाल में फंसा सके। ये एक प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी है, जिसमें कोई व्यक्ति सोशल मीडिया या डेटिंग वेबसाइट्स पर झूठी पहचान बनाकर दूसरों को भ्रमित करता है। इसमें सामान्यतः व्यक्ति खुद को सुंदर, आकर्षक और भव्य तरीके से प्रस्तुत करता है ताकि वह दूसरे लोगों से भावनात्मक, वित्तीय या व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त कर सके।
एक प्रकार की साइबर धोखाधड़ी है जिसमें कोई व्यक्ति इंटरनेट पर फर्जी या झूठी पहचान बनाकर दूसरे व्यक्ति के साथ संबंध स्थापित करने की कोशिश करता है। इसमें व्यक्ति आमतौर पर सोशल मीडिया, डेटिंग साइट्स या अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करता है और दूसरे लोगों को भावनात्मक, व्यक्तिगत या वित्तीय रूप से धोखा देता है। कैटफिशिंग में धोखेबाज अक्सर अपनी वास्तविक पहचान छिपाकर एक आकर्षक या विशिष्ट पहचान का इस्तेमाल करता है, ताकि दूसरे व्यक्ति को अपने जाल में फंसाया जा सके।
कैटफिशिंग के संकेत
- प्रोफ़ाइल पर बहुत ही आकर्षक या अवास्तविक तस्वीरें दिखाई दें।
- मिलने से इनकार या हर बार बहाना बनाना।
- अचानक से पैसे या मदद की माँग करना और इसके लिए अजीब बहाने बनाना।
- कहानी में असंगतियाँ, कैटफिशर की दी गई जानकारी या उनकी कहानी में समय-समय पर गड़बड़ियां होना।
कैटफिशिंग के प्रमुख उद्देश्य
1. भावनात्मक धोखा : अक्सर कैटफिशर (धोखेबाज) दूसरे व्यक्ति से भावनात्मक रूप से जुड़ने की कोशिश करता है। वह एक गहरी और गंभीर ऑनलाइन दोस्ती या रिश्ते का नाटक करता है, जबकि असल में उसका मकसद धोखा देना होता है।
2. वित्तीय धोखाधड़ी : कई बार कैटफिशर दूसरे व्यक्ति से पैसों की मांग करते हैं, जैसे किसी “इमरजेंसी” का बहाना बनाकर या भावनात्मक मजबूरी दिखाकर।
3. गोपनीय जानकारी चुराना : कुछ कैटफिशर लोगों की व्यक्तिगत जानकारी जैसे फोटो, बैंकिंग डिटेल्स या अन्य संवेदनशील डेटा हासिल करने के लिए भी ऐसा करते हैं।
4. समय और ऊर्जा का दुरुपयोग : कई मामलों में कैटफिशिंग केवल दूसरे व्यक्ति को परेशान करने या उसके साथ खिलवाड़ करने के उद्देश्य से की जाती है, जिसमें कैटफिशर के पास किसी विशेष कारण के सिर्फ अपने मनबहलाव के लिए दूसरों को धोखा देना शामिल होता है।
दुनियाभर में कैटफिशिंग के कुछ Rare Examples
दुनियाभर में कैटफ़िशिंग एक गंभीर समस्या मानी जा रही है। अमेरिका में, Federal Trade Commission (FTC) और Federal Bureau of Investigation (FBI) इस तरह की धोखाधड़ी के मामलों की जांच करती हैं। इसके अतिरिक्त, यूरोपीय संघ के कई देशों में भी साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ सख्त कानून हैं। भारत में भी आईटी एक्ट और साइबर क्राइम के तहत इसके लिए कानूनी प्रावधान हैं। इन अपराधों की गंभीरता को समझने के लिए दुनियाभर में हुए कैटफिशिंग के कुछ जघन्य उदाहरण देखे जा सकते हैं।
1. Manti Te’o कैटफ़िशिंग स्कैंडल (2012): यह मामला एक प्रसिद्ध अमेरिकी फ़ुटबॉल खिलाड़ी, मंटी टे’ओ से जुड़ा है, जिसे उसे एक फर्जी ऑनलाइन प्रेमिका के जरिए धोखा दिया गया था। उसकी प्रेमिका, जिसे वह कभी मिला नहीं था, उसके एक कार दुर्घटना और कैंसर से मरने का दावा किया गया था। बाद में पता चला कि वह महिला असल में एक कैटफिश थी, जिसने मंटी टे’ओ को भावनात्मक रूप से धोखा दिया था। इस घटना ने पूरे अमेरिका में तहलका मचा दिया और ऑनलाइन पहचान के मुद्दों पर गंभीर चर्चा छेड़ दी।
2. मार्सेल होउसर का मामला (2016) : जर्मनी में एक कैटफ़िशिंग मामला सामने आया, जिसमें एक व्यक्ति ने खुद को अमीर व्यवसायी बताकर एक महिला के साथ ऑनलाइन रिश्ता बनाया और उससे लाखों यूरो की धोखाधड़ी की। बाद में पता चला कि वह आदमी बिल्कुल गरीब था और उसने फर्जी पहचान के तहत यह सब किया था। इस मामले में महिला को आर्थिक रूप से गहरा नुकसान हुआ।
3. Renee Holland कैटफ़िशिंग मर्डर केस (2018) : फ्लोरिडा, अमेरिका में एक महिला और उसके पति को एक व्यक्ति ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसने खुद को ऑनलाइन एक किशोरी लड़की के रूप में प्रस्तुत किया था। यह एक खतरनाक कैटफिशिंग का मामला था, जिसमें यह व्यक्ति महिला के पति और उनके पूरे परिवार को ऑनलाइन मानसिक प्रताड़ना दे रहा था और आखिरकार उसने उनकी हत्या कर दी।
कैटफिशिंग से बचने के उपाय
1. असली पहचान की जांच करें : अगर आप किसी नए व्यक्ति से ऑनलाइन मिलते हैं तो उसकी पहचान की पुष्टि करने की कोशिश करें। वीडियो कॉल या मिलने की पहल करें और ये मुलाक़ात पब्लिक प्लेस पर करें। इससे उसकी असली पहचान का पता लगाया जा सकता है।
2. व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें : कभी भी जल्दी से अपनी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी किसी ऑनलाइन व्यक्ति के साथ साझा न करें। ख़ासकर तब, जब आप उसे ठीक से नहीं जानते।
3. संदिग्ध गतिविधियों से सावधान रहें : अगर कोई व्यक्ति आपको तुरंत भावनात्मक तरीके से जोड़ने की कोशिश करता है या पैसे की माँग करता है, तो यह एक चेतावनी हो सकती है कि आप कैटफिशिंग के शिकार हो सकते हैं।
4. प्लेटफॉर्म की सुरक्षा नीतियों का पालन करें : जिन वेबसाइट्स या ऐप्स का आप इस्तेमाल कर रहे हैं, वहां उपलब्ध सुरक्षा फीचर्स का उपयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करें।
5. अधिक सतर्क रहें : अगर कोई व्यक्ति आपको मिलना नहीं चाहता या अजीब बहाने बनाता है, तो सतर्क हो जाएं। यह कैटफ़िशिंग का संकेत हो सकता है।
6. पुलिस से संपर्क करें : अगर आपको इस तरह का कोई भी संदेह हो या आपके साथ ऐसी घटना हो तो पुलिस से संपर्क करें। साइबर क्राइम को लेकर हमारे यहां कई तरह के क़ानून हैं और ज़रूरत पड़ने पर पुलिस सहायता लेने से बिलकुल न हिचकें।
(डिस्क्लेमर : ये लेख सामान्य जानकारियों पर आधारित है। पुष्टि या सहायता के लिए विशेषज्ञ की राय लें।)