MP School : छात्रों के लिए महत्वपूर्ण खबर, आवेदन-त्रुटि सुधार का आज आखरी मौका, 25 मार्च तक मूल दस्‍तावेजों का सत्यापन, 28 मार्च को खुलेगी लॉटरी

MP school

MP School : मध्य प्रदेश के निजी स्कूलों (MP School) के लिए महत्वपूर्ण खबर है। शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत सीटों पर प्रवेश के लिए आवेदन की आज लास्ट डेट है,जिन स्कूलों ने अभी तक आवेदन नहीं किया है वे आज शाम तक प्रक्रिया पूरी कर लें।इसके बाद 28 मार्च को लाटरी प्रक्रिया के तहत प्रवेश दे दिए जाएंगे।

ऑनलाइन आवेदन और त्रुटि सुधार का आज आखरी मौका

संचालक राज्य शिक्षा केंद्र धनराजू एस ने बताया कि  शैक्षणिक-सत्र 2023-24 में शिक्षा का अधिकार अधिनियम में गैर अनुदान मान्यता प्राप्त अशासकीय स्कूलों में कमजोर वर्ग एवं वंचित समूह के बच्चों के ऑनलाइन निःशुल्क प्रवेश के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 23 मार्च निर्धारित है।23 मार्च तक आरटीई/एज्‍युकेशन पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन और त्रुटि सुधार के लिए विकल्प उपलब्ध रहेगा।  22 मार्च की दोपहर तक करीब 1 लाख 2 हजार 25 आवेदन प्राप्‍त हो चुके हैं।

25 मार्च तक दस्तावेज सत्यापन

संचालक राज्‍य शिक्षा केन्‍द्र द्वारा आवेदन करने वाले सभी विद्यार्थियों के अभिभावकों से 25 मार्च तक मूल दस्‍तावेजों का जन शिक्षा केन्‍द्रों पर सत्‍यापन कराने को कहा है। जिन आवेदकों का सत्‍यापन पूर्ण होगा उन बच्‍चों को ही ऑनलाइन लॉटरी में शामिल किया जायेगा।पारदर्शी रैंडम पद्धति से विद्यालय आवंटन हेतु 28 मार्च को ऑनलाइन लॉटरी खोली जायेगी और आवेदकों को स्कूल का आवंटन किया जायेगा। चयनित आवेदकों को एस.एम.एस. से भी सूचित किया जाएगा।

31 मार्च से 10 अप्रैल के बीच लेना होगा प्रवेश

उल्‍लेखनीय है कि इस वर्ष प्रदेश के 27 हजार 314 निजी विद्यालयों की प्रथम प्रवेशित कक्षा में नि:शुल्क प्रवेश के लिये लगभग 2 लाख 84 हजार सीट्स उपलब्‍ध हैं। लॉटरी के बाद 31 मार्च से 10 अप्रैल के बीच आवंटित स्कूलों में विद्यार्थियों को प्रवेश लेना होगा। 13 अप्रैल से आरटीई के तहत रिक्त सीटों की द्वितीय काउंसलिंग शुरू होगी और स्कूलों के लिए च्वाइस को 13 से 18 अप्रैल के बीच अपडेट किया जाएगा। द्वितीय चरण की आनलाइन लॉटरी 20 अप्रैल को निकाली जाएगी। 20 से 25 अप्रैल तक आवंटित स्कूल में प्रवेश लेना होगा।


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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