BJP vs Congress Groupism to Corruption : बीजेपी और कांग्रेस ‘गुटबाजी के कैंसर’ को लेकर आमने सामने है। मामला बढ़ते बढ़ते ‘भ्रष्टाचार के कैंसर’ तक पहुंच गया है और अब जीतू पटवारी ने सीएम मोहन यादव से पूछा है कि अब तक सौरभ शर्मा की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है। साथ ही ये सवाल भी किया कि मामले की जाँच में किसे दोषी पाया गया है और क्या कार्रवाई हुई है, इसका भी खुलासा किया जाए।
बता दें कि मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा पर भ्रष्टाचार और अवैध संपत्ति अर्जित करने के गंभीर आरोप लगे हैं। ईडी ने उनके और अन्य आरोपियों के बैंक खातों में लगभग 30 लाख रुपये की शेष राशि को फ्रीज कर दिया है। वर्तमान में सौरभ शर्मा और उनकी पत्नी फरार हैं और केंद्रीय जांच एजेंसियां उनकी तलाश कर रही हैं। उनके खिलाफ लोकायुक्त नोटिस के साथ ईडी का लुक आउट सर्कुलर भी जारी हो चुका है।
क्या है मामला
दरअसल, चार दिन पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था गुटबाजी को खत्म करने की सीख दी थी। उन्होंने कहा था कि पार्टी में मौजूद गुटबाजी कैंसर की तरह है जिसे खत्म होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गुटबाजी खत्म नहीं हुई तो कांग्रेस खत्म हो जाएगी।
इस बयान के बाद सीएम डॉ. मोहन यादव ने तंज कसते हुए कहा था कि कांग्रेस में कैंसर कौन है ये वो स्पष्ट करें। उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम लेते हुए पूछा था कि इनमें से या प्रदेश के नेता कैंसर हैं, जीतू पटवारी इस बात को साफ करे। साथ ही उन्होंने कहा कि राजनीति में ऐसी बात अक्सर कही सुनी जाती है लेकिन कांग्रेस के ही नेता द्वारा अपनी पार्टी के लिए ऐसा कहना कुछ असामान्य लगता है।
जीतू पटवारी ने ‘भ्रष्टाचार के कैंसर’ को लेकर सरकार पर साधा निशाना
इसके बाद अब एक बार फिर जीतू पटवारी का बयान आया है और उन्होंने मोहन सरकार को भ्रष्टाचार के कैंसर के मुद्दे पर घेरा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने लिखा है कि ‘अपने सामान्य ज्ञान का, सार्वजनिक प्रदर्शन करने वाले, मुख्यमंत्री को धन्यवाद! उन्हें यह जवाब भी देना चाहिए कि “भ्रष्टाचार के कैंसर” का सरकारी परिवहन करने वाला सौरभ शर्मा अब तक गिरफ्त में क्यों नहीं आया? सौरभ शर्मा ने मंत्रियों/अधिकारियों के काले धन का जो सबूत दिया है, बीजेपी ने उसकी जांच में किसे दोषी पाया, क्या कार्रवाई की? मोहन सरकार के मंत्रियों के घोषित भ्रष्टाचार पर सरकार ने क्या कार्रवाई की? कर्ज और कमीशन के ‘कल्चर’ को सरकार कैसे रोकेगी? जनता के सामने घोषणा पत्र का संकल्प लेने वाली सरकार किसानों और महिलाओं से किए वादे कब पूरे करेगी? वल्लभ भवन से ही सीधे संचालित होने वाले करप्शन को रोकने के लिए क्या कभी मंत्रिमंडल की बैठक में कोई प्रस्ताव पारित किया जाएगा? मप्र के सबसे असफल गृहमंत्री का तमगा लेकर घूम रहे मुख्यमंत्री दलितों और आदिवासियों के खिलाफ हो रहे अपराधों को कब रोकेंगे?’
अपने सामान्य ज्ञान का,
सार्वजनिक प्रदर्शन करने वाले,
मुख्यमंत्री को धन्यवाद!उन्हें यह जवाब भी देना चाहिए कि "भ्रष्टाचार के कैंसर" का सरकारी परिवहन करने वाला सौरभ शर्मा अब तक गिरफ्त में क्यों नहीं आया?
सौरभ शर्मा ने मंत्रियों/अधिकारियों के काले धन का जो सबूत दिया है, @BJP4MP…
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) January 22, 2025