भोपाल। लोकसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश में अब बीजेपी ने कमर कसनी शुरू करदी है। वर्तमान सांसद और विधानसभा चुनाव में हारे कई मंत्री इस बार लोकसभा चुनाव में हाथ आजमाएंगे। पार्टी ने कई पूर्व मंत्रियों को तैयारी शुरू करने का सिगनल भी दे दिया है। कुछ वर्तमान सांसद अपनी सीट बदलने के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं।
इन नेताओं ने शुरू की तैयारी
विधानसभा चुनाव में हारे पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, अंतरसिंह आर्य, लालसिंह आर्य जैसे कद्दावर नेताओं को लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू करने का सिगनल मिला है। खंडवा से चिटनीस, खरगोन से अंतरसिंह आर्य और भिंड से लालसिंह आर्य को पार्टी उतार सकती है। वहीं, विदिशा सीट से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान पहले ही कर दिया है। इसलिए उनकी जगह पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उतारा जाएगा।
मुरैना सीट छोड़ना चाहते हैं अनूप
विधानसभा चुनाव में भितरवार सीट से हारे सांसद अनूप मिश्रा मुरैना लोकसभा सीट छोड़ना चाहते हैं। वह अब दूसरी सीट की तलाश में हैं। हाल ही में उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन वह हार गए। इससे पहले भी मिश्रा विधानसभा चुनाव हार चुके हैं। लेकिन अब फिर वह लोकसभा सीट पर नजर लगाए हैं। देवास से मनोहर ऊंटवाल की जगह थावरचंद गेहलोत को उतारा जा रहा है, जबकि राव उदय प्रताप सिंह की जगह पार्टी को होशंगाबाद से कोई दमदार नाम नहीं मिल रहा है। मुरैना लोकसभा सीट से सांसद अनूप मिश्रा कुछ ही दिन पहले विधानसभा चुनाव हारे हैं पर उनकी लोकसभा सीट मुरैना में अनुकूल स्थितियां नहीं हैं। पार्टी नेताओं की मानें तो मिश्रा स्वयं भी अब इस सीट से चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं।
दरअसल, बीजेपी एमपी में 2014 का प्रदर्शन दोहराना चाहती है। लेकिन हाल ही में विधानसभा चुनाव में आए नतीजों से उसे झटका लगा है। पार्टी को विश्वास था कि वह चौथी बार भी प्रदेश में सरकार बनाएगी। लेकिन टिकट वितरण में हुई गलतियों के कारण बीजेपी जीत के बहुत करीब आ कर रह गई। अब पार्टी लोकसभा चुनाव पर फोसक कर रही है। प्रदेश की 29 में से 26 पर बीजेपी का राज है। पार्टी इसे बरकरार रखना चाहती है। लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव की राह इतनी आसान नहीं है। एक तो मोदी लहर का प्रभाव कम ही दिखाई दे रही है दूसरा हाल ही में तीन राज्यों में बीजेपी की सरकार गिरी है। इससे जनता के बीच अच्छा संदेश नहीं गया है। अब लोकसभा चुनाव में लाज बचाने के लिए बीजेपी हर संभव प्रयास कर रही है। इसलिए टिकट वितरण से पहले ही पार्टी ने कुछ नेताओं को अभी से तौयारियों में जुट जाने के लिए कहा है।