भोपाल। मध्य प्रदेश की सियासत में विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने आ गए हैं। बीजेपी ने कुंवर विजय शाह को विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए मैदान में उतारा है। मंगलवार को वोटिंग होगी। लेकिन इससे पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। बीजेपी के पास फिलहाल 109 विधायकों का समर्थन है। लेकिन पूर्व मंत्री और शिवपुरी से विधायक यशोधरा राजे सिंधिया के एक हफ्ते की छुट्टी पर चले जाने से पार्टी के पास अब 108 विधायक बचे हैं। बीजेपी क्रास वोटिंग करवाने के लिए अन्य विधायकों से संपर्क में है।
दरअसल, आज शीतकालीन सत्र का पहला दिन था। विधानसभा में 228 विधायकों ने सदन की सदस्यता ली, इनमें 90 नए विधायकों को शपथ दिलाई गई। विजय शाह ने अपना नामांकन भर दिया है। स्पीकर पद के लिए उन्होंने प्रमुख सचिव के सामने नामांकन भरा है। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा सहित कई बीजेपी के नेता मौजूद थे। बीजेपी को सदन में विधानसभा अध्यक्ष के पक्ष में 116 वोट की जरूरत होगी। लेकिन उसके पास संख्या कम है। ऐसे में यशोधरा के जाने से विधानसभा अध्यक्ष के लिए संकट गहरा गया है। अब बीजेपी कांग्रेस और अन्य दल के विधायकों से क्रास वोटिंग की उम्मीद कर रही है।
वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस अब नई जिद पर अड़ गई है। लोकनिर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि जीतने वाली पार्टी विधानसभा में अध्यक्ष का चयन करती है। लेकिन बीजेपी इस परंपरा को तोड़ना चाहती है इसलिए अब हम उपाध्यक्ष भी हमारा ही उतारेंगे। वैसे सत्ताधारी दल अध्यक्ष और विपक्ष उपाध्यक्ष का चयन करता है। लेकिन बीजेपी ने इस परंपरा को तोड़ा है।