मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक बड़ी बैठक बुलाई है। बैठक में जिला अध्यक्ष, प्रभारी मंत्रियों और पदाधिकारी शामिल होंगें। बताया जा रहा है इस बैठक में 25 नवंबर को मध्य प्रदेश और 14 दिसंबर को दिल्ली में होने वाले प्रदर्शन को लेकर चर्चा की जाएगी। बैठक में बीजेपी को घेरने के लिए रणनीति बनाई जाएगी। प्रदर्शन मे किन मुद्दों को लेकर बीजेपी को घेरा जाए इस पर मंथन किया जाएगा।वही एक साल के कमलनाथ सरकार के कार्यकाल को भी जनता के बीच बखूबी तरीके से भुनाया जाएगा।वही इस बैठक को लेकर बीजेपी में हलचल तेज हो चली है।
पार्टी का दावा है कि ये मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में कांग्रेस का सबसे बड़ा प्रदर्शन होगा। इसके लिए सभी राज्यों का टारगेट फिक्स है।आज मुख्यमंत्री कमलनाथ भी भोपाल समेत सभी जिलों की रणनीति तैयार कर जिलाध्यक्षों , मंत्रियों और पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपेंगे।कांग्रेस की कोशिश, देश की गिरती अर्थव्यवस्था, बढ़ती बेरोज़गारी सहित दूसरे मुद्दों पर बीजेपी सरकार को कठघरे में खड़ा करने की है। इसके अलावा भी किसानों का मुआवजा ना देने और मप्र के साथ केन्द्र का दोहरा व्यवहार भी इन मुद्दों मे शामिल हो सकता है।केंद्र के ख़िलाफ विरोध प्रदर्शन के साथ ही बैठक में जिला अध्यक्षों को ये बताया जाएगा कि वो किस तरह से कांग्रेस सरकार के एक साल के कामकाज को आम जनता तक पहुंचाएं।इसके लिए भी कांग्रेसियों को जिम्मेंदारी सौंपी जाएगी।
इसके पहले बुधवार को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने पार्टी दफ्तर में संगठन पदाधिकारियों के साथ बैठक ली थी और जिसमें केंद्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई थी। कहा जा रहा है कि इस बैठक में मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर जारी विज्ञापन का मुद्दा भी उठ सकता है। नाथ इसको लेकर नेताओं को फटकार लगा सकते है।चुंकी इसके चलते सरकार की प्रदेशभर में जमकर किरकिरी हुई है।वही पूरे देश में सीएम कमलनाथ की छवि को भी दागदार किया गया।हालांकि सरकार ने जांच की बात कही है।
गौरतलब है कि देश के आर्थिक हालातों पर कांग्रेस सत्ताधारी भाजपा का घेराव करने के लिए रणनीति तैयार कर रही है। दिल्ली में सरकार की नीतियों का विरोध करने के लिए कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं से तैयार होने के लिए कहा है। यही कारण है कि प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों को बुलाया गया है।