भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की अटकलों पर विराम लग गया है। सोमवार को सीएम कमलनाथ ने कहा कि फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष बदलने पर किसी भी तरह की कोई बात नहीं है। सोशल मीडिया पर चल रहे बधाई सन्देश पर उन्होंने कहा जो संदेश चल रहे हैं वह फर्जी हैं। दिल्ली में इस मसले पर कोई बात नहीं हुई है। दिल्ली दौरे से लौटते वक्त सीएम कमलनाथ ने मीडिया में बयान दिया कि फिलहाल मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नहीं बदला जा रहा है।
दरअसल, मुख्यमंत्री कमलनाथ के दिल्ली दौरे पर रहने के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की चर्चा जोरों पर चल रही थी। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने के बधाई सन्देश भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे थे। कई बड़े नेता और पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर बधाई तक दे दी थी। इन सब चर्चाओं पर स्वयं सीएम कमलनाथ ने विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में महज तीन महीने का समय बचा है। ऐसे में बदलाव पर कोई विचार नहीं किया जा सकता है। संगठन में कोई बलाव नहीं किया जाएगा। अधिक जिम्मेदारियां होने से काम का बंटवारा किया जाएगा। नई व्यवस्था बनाई जाएगी जिससे किसी एक पर बोझ न हो। इससे काम आसानी से तय समय सीमा में किया जा सकेगा। यही नहीं मुख्यमंत्री नाथ ने कई मुद्दों पर निशाना साधा। गंगा नदी की सफाई नहीं होने से मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिनकी नीयत साफ नहीं वो गंगा क्या साफ करेंगे। वहीं सवर्ण जातियों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने की बात पर उन्होंने कहा कि सभी के साथ बैठक कर चर्चा करने के बाद तय किया जाएगा क्या करना है।
इससे पहले पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह भी दिल्ली पहुंचे थे। जिसके बाद प्रदेश में इस बात की चर्चा जोरों पर शुरू हो गई थी कि जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष बदला जा सकता है। अजय सिंह का नाम सबसे आगे चल रहा था। अजय सिंह फिलहाल विधान सभा सदस्य नहीं हैं। वो इस बार चुरहट से चुनाव हार गए हैं। उनके दिल्ली जाने से पहले भी उनके बंगले पर काफी हलचल देखी, सोशल मीडिया पर तो बधाइयों का दौर शुरू हो गया| इस पूरे घटनाक्रम के बाद सोमवार को सभी चर्चा पर विराम लग गया है| अब संभावना है कि लोकसभा चुनाव तक कमलनाथ ही प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे। इसके बाद कोई फैसला लिया जा सकता है।