भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav) ने कॉलेज छात्रों (College Student) को लेकर एक और बड़ा फैसला लिया है। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कोविड-19 की वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर आगामी परीक्षाओं (College Exam 2021) के संबंध में बैठक कर कार्य-योजना तैयार करें। वही ग्वालियर, उज्जैन, रीवा, इंदौर और जबलपुर में एक-एक उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान (College) स्थापित करने के निर्देश दिए।
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दरअसल, आज डॉ. मोहन यादव ने उच्च शिक्षा विभाग (Higher Education Department) की विभागीय समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया। यादव ने कहा कि प्रदेश में ऐसे नये पाठ्यक्रमों की शुरूआत की जाये जिससे विद्यार्थियों को अध्ययन के लिये बाहर नहीं जाना पड़े। नये पाठ्यक्रम संचालित करने के लिये महाविद्यालयों (College) एवं विश्वविद्यालयों को प्रेरित किया जाये। कृषि उद्यानिकी एवं पशु चिकित्सा से जुड़े पाठ्यक्रमों की महाविद्यालयों में शुरूआत की जाये। महाविद्यालयों में मार्केट फ्रेंडली सर्टिफिकेट और डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रारंभ करने के लिये अनुमति शीघ्र प्रदान की जायें।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि Coronavirus की वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर आगामी परीक्षाओं के संबंध में बैठक कर कार्य-योजना तैयार करें। विद्यार्थियों को रोजगार (Employment) से जोड़ने के लिये महाविद्यालयों (College) की प्लेसमेंट सेल के प्रभारियों की कार्यशाला का आयोजन कर लिया जाये। उन्होंने विभागीय गतिविधियों के प्रचार-प्रसार के लिये महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के Facebook, Twitter एवं WhatsApp एकाउंट तैयार करने के निर्देश दिए। कर्मचारियों के कल्याण की योजनाओं का लाभ समय पर देने एवं न्यायालीन निर्णयों का पालन समय पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
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बता दे कि अप्रैल माह में आयोजित होने वाली सभी प्रकार की परीक्षाएँ अब मई माह में प्रारंभ होंगी। स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं नियमित एवं स्वास्थायी परीक्षार्थियों की भौतिक रूप से परीक्षा केन्द्रों में उपस्थिति के साथ मई 2021 में आयोजित होंगी। तक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएँ ओपन बुक पद्धति से जून 2021 में आयोजित की जाएंगी। इन परीक्षाओं में नियमित एवं स्वाध्यायी परीक्षार्थी अपने निवास में ही रहकर परीक्षा देंगे तथा निकट के निर्धारित संग्रहण केन्द्र में उत्तर पुस्तिकाएं जमा करेंगे।
गौरतलब है कि UG अंतिम वर्ष के 4.30 लाख एवं PG चतुर्थ सेमेस्टर के 1.72 लाख परीक्षार्थी प्रदेश के 8 विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित परीक्षाओं में शामिल होंगे। स्नातक प्रथम वर्ष में 5.33 लाख एवं स्नातक द्वितीय वर्ष में 5.25 लाख, स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के 1.35 लाख परीक्षार्थी प्रदेश के 8 विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित परीक्षाओं में शामिल होंगे। वर्तमान में 8 शासकीय विश्वविद्यालयों में 665 परीक्षा केन्द्र के साथ आवश्यकतानुसार अतिरिक्त सहपरीक्षा केन्द्र बनाए जाने के लिये विश्वविद्यालयों को निर्देशित किया गया है।