भोपाल| लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन को लेकर कांग्रेस के अंदरखाने जबर्दस्त खींचतान चल रही है। पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को भाजपा के कब्जे वाली भोपाल लोकसभा से चुनाव मैदान में उतरवा दिया है। इसके बाद अब अन्य कठिन सीटों पर भी बड़े नेताओं को उतरने की तैयारी है| भाजपा के गढ़ में सेंध लगाने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दूसरा बड़ा दाव चल दिया है। अब जबलपुर से राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा को चुनाव लड़ाने की तैयारी है। इस सीट पर कांग्रेस को 23 साल से जीत नहीं मिली है| वही जबलपुर पहुंचे तन्खा ने भी कहा है कि कमलनाथ और राहुल गांधी जहां से जिसे कहेंगे वह चुनाव लड़ेगा। इससे उनके जबलपुर से चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गई है|
कांग्रेस अभी 9 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर चुकी है | शेष सीटों पर पार्टी मंथन कर रही है| जिन सीटों पर कांग्रेस को लम्बे समय से जीत नहीं मिली ऐसी सीटों पर बड़े नेताओं को उतारने की रणनीति के चलते दूसरी सूची अटकी हुई है| सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को तीन नामों की सूची भेजी है। इसमें जबलपुर संसदीय सीट से विवेक तन्खा, सीधी से अजय सिंह व छिंदवाड़ा से नकुल नाथ का नाम है। कांग्रेस शनिवार या रविवार को इनके नामों की घोषणा कर सकती है।
23 साल से भाजपा का कब्जा, कांग्रेस को जीत की तलाश
महाकोशल की राजनीति के केन्द्र जबलपुर लोकसभा सीट में पिछले 23 साल से भाजपा का कब्जा है। अब इस गढ़ को बचाने के लिए एक बार फिर भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी आमने-सामने होंगे। जबलपुर लोकसभा क्षेत्र में 8 विधानसभा सीट हैं। सभी विधानसभा क्षेत्र जबलपुर जिले की सीमा में ही हैं। वर्तमान में इनमें से भाजपा और कांग्रेस का 4-4 सीटों पर कब्जा है। इसलिए इस बार मुकाबला भी कांटे का होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को फिर से उतारा है, ऐसी स्तिथि में तन्खा अगर चुनाव लड़ते हैं तो मुकाबला रोचक होगा|