ग्वालियर । लोकसभा चुनावों में इस बार ग्वालियर सीट भी बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सांसद सिंधिया का गृह नगर होने के कारण ये तय माना जा रहा है कि इस सीट पर प्रत्याशी का चयन सिंधिया की मर्जी से ही होगा । इस सबके बीच ग्वालियर कांग्रेस का कन्फ्यूज चेहरा सामने आया है, कुछ दिन पहले सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम ग्वालियर सीट के लिए प्रस्तावित करने वाली जिला कांग्रेस कमेटी ने आज आनन फानन में बैठक बुलाकर प्रियदर्शिनी राजे का नाम प्रस्तावित कर दिया । माना ये जा रहा है कि आज संक्षिप्त प्रवास पर ग्वालियर पहुंचे सांसद सिंधिया के कहने पर ही ये प्रस्ताव पारित किया गया है । उधर टिकट के प्रबल दावेदार पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह की आज की बैठक में गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बनी हुई है।
ग्वालियर सीट से कांग्रेस इस बार किसे चुनाव लड़ायेगी अभी ये तय नहीं है लेकिन रोज रोज बदल रहे समीकरणों ने राजनैतिक पंडितों का ध्यान इस सीट की तरफ खींच रखा है। सबसे पहले पिछले तीन बार की तरह इस बार भी प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह का नाम सामने आया। विधानसभा चुनावों से ही अशोक सिंह एकमात्र उम्मीदवार माने जा रहे थे लेकिन विधानसभा चुनावों में मिली सफलता के बाद कांग्रेस के समीकरण बदल गए । अब गुटों में बंटी कांग्रेस अपने गुट के नेता के हिसाब से उम्मीदवार तय कर रही है। ग्वालियर चूंकि सांसद सिंधिया का गृह नगर है इसलिए ये तय माना जा रहा है कि यहां से वही उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा जो सिंधिया की पसंद होगा । पिछले दिनों अशोक सिंह के नाम के अलावा प्रदेश सचिव सुनील शर्मा, ग्रामीण जिला अध्यक्ष मोहन सिंह राठौड़ के अलावा दौड़ सेम प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया का नाम भी चला। इस बीच जिला कांग्रेस कमेटी ने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम ग्वालियर लोकसभा सीट के लिए प्रस्तावित कर राहुल गांधी के पास भेज दिया । इसके लिए साधारण सभा की बैठक बुलाई गई और सर्व सम्मति से नाम प्रस्तावित किया गया । लेकिन आज जिला कांग्रेस कमेटी ने अपने ही प्रस्ताव को पलट दिया ।
आज जिला कांग्रेस कमेटी ने आनन फानन में आवश्यक बैठक बुलाई । जिसमें प्रदेश और जिले के पदाधिकारियों के साथ साथ मंत्री इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह और लाखन सिंह, विधायक मुन्नालाल गोयल, प्रवीण पाठक को भी आमंत्रित किया गया । बैठक में शहर जिला अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र शर्मा ने प्रियदर्शिनी राजे को ग्वालियर सीट से चुनाव लड़ाने के प्रस्ताव रखा जिसे सर्व सम्मति से पारित कर दिया गया । कांग्रेस के अदरूनी सूत्रों पर भरोसा करें तो ये प्रस्ताव सांसद सिंधिया के कहने पर ही लाया गया है। आज सुबह सिंधिया अल्प प्रवास पर ग्वालियर आए . जयविलास पैलेस में उनकी चुनिंदा कांग्रेसियों से मुलाकात हुई और इसी मुलाकात में इस प्रस्ताव को लाने के निर्देश दे दिए गए । लेकिन इस घटनाक्रम की खास बात ये रही कि कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित इस आवश्यक बैठक में ग्वालियर सीट से प्रबल दावेदार अशोक सिंह शामिल नहीं हुए जबकि वो सुबह स्टेशन पर सांसद सिंधिया के स्वागत में मौजूद थे, उनकी गैरमौजूदगी शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है। उधर अब ये राहुल गांधी और पार्टी तय करेगी कि ग्वालियर के मामले में जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा पारित दोनों प्रतावों में से वो किसे चुनती है या कोई तीसरा नाम सामने आता है।