भोपाल| कांग्रेस से दिग्विजय सिंह को भोपाल लोकसभा से टिकट मिलने के बाद भाजपा में नए सिरे से मंथन शुरू हो गया है| क्यूंकि भोपाल सीट भाजपा का गढ़ है और कांग्रेस ने दिग्विजय को सामने कर दिया है| ऐसे में अगर बीजेपी चूक करती है तो पार्टी को इसका बड़ा नुकसान भुगतना पड़ सकता है| दिग्विजय सिंह संघ के कट्टर विरोधी नेता माने जाते हैं, जिसके चलते संघ भी इस सीट पर किसी भी सूरत में दिग्विजय को जीत हासिल नहीं करने देना चाहती है | इसीलिए दमदार प्रत्याशी को लाने की कवायद तेज हो गई|
महापौर आलोक शर्मा, पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता. वीडी शर्मा, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम तेजी से चर्चा में आ गया है| सूत्रों की मानें तो भोपाल से भाजपा शिवराज सिंह चौहान को प्रत्याशी बना सकती है, यदि ऐसा होता है तो 16 साल बाद दोनों नेता एक दूसरे के सामने होंगे। वही विदिशा से शिवराज समर्थक रमाकांत भार्गव को प्रत्याशी बनाया जा सकता है। शिवराज नहीं मानें तो अन्य किसी बड़े नेता पर भी विचार किया जा सकता है| इससे पहले नरेंद्र तोमर का नाम भी चर्चा में था लेकिन उनका टिकट मुरैना से फाइनल हो गया । फिलहाल वीडी शर्मा, आलोक संजर और आलोक शर्मा का नाम भी भोपाल सीट पर विचार में रखा गया है।
संभावना है कि सोमवार तक अगली लिस्ट आ सकती है। ग्वालियर से विवेक शेजवलकर या नारायण कुशवाह के नाम पर नेता देर रात तक विचार कर रहे थे। वहीं छिंदवाड़ा में पार्टी ने मनमोहन शाह बट्टी के नाम को विचार में लिया है या फिर किसी बड़े को भेजा जा सकता है। संघ कभी यह नहीं चाहेगा कि अपने धुर विरोधी नेता दिग्विजय को वॉकओवर देकर हमेशा के लिए खुद की किरकिरी कराए। अब सवाल ये है कि भोपाल सीट के प्रतिष्ठापूर्ण मुकाबले के लिए भाजपा का प्रत्याशी किसे बनाया जाए। ऐसी स्तिथि में भाजपा के सामने सिवाय पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के कोई विकल्प नहीं है। क्यूंकि नरेंद्र तोमर मुरैना से चुनाव लड़ रहे हैं और अब दिग्विजय से सीधी टक्कर ले सके ऐसा चेहरा लाना भी भाजपा के लिए चुनौती बन गया है| हालाँकि बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी भोपाल से चुनाव लड़ने को तैयार है| वहीं संघ और भाजपा के मंथन में अब तक सिर्फ शिवराज सिंह चौहान को ही भोपाल सीट पर दिग्विजय का मुकाबला करने लायक माना जा रहा है। हालांकि शिवराज ने इस पर कोई टिप्पणी तो नहीं की, लेकिन ये जरूर कहा कि पार्टी आदेश करेगी उसका पालन करेंगे| इसके अलावा पार्टी फोरम पर वीडी शर्मा का नाम भी विचार में है पर पार्टी का रुख शिवराज की ओर ज्यादा है।