भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले की सीहोर विधानसभा पर भोपाल से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की नजर टिक गई है। वे किसी भी कीमत पर सीहोर से सबसे बड़ी लीड चाहते हैं। शुक्रवार को इस योजना पर काम शुरू हो गया है। मजेदार बात यह है कि पिछले विधानसभा चुनाव में इस सीट से जो चार प्रत्याशी मैदान में थे उनमें से तीन खुलकर दिग्विजय सिंह के साथ आ गए हैं। भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते सुदेश राय ने अपने व्यवसायों को देखते हुए स्वयं को तटस्थ कर लिया है।
शिवराज सिंह के गृह जिले की सीहोर विधानसभा भोपाल संसदीय क्षेत्र में आती है। इस सीट पर पिछले लंबे समय से कांग्रेस पिछड़ती रही है। कांग्रेस का उम्मीदवार घोषित होने के बाद दिग्विजय सिंह ने इसे प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है। शुक्रवार को उन्होंने अपने चुनाव प्रचार की शुरूआत भी सीहोर के प्रसिद्ध गणेश मंदिर से की। दिग्विजय सिंह स्वयं फोन करके भाजपा के बागी शनि महाजन के घर पहुंच गए। लगभग आधे घंटे की चर्चा के दौरान शनि महाजन ने दिग्विजय सिंह का साथ देने का वचन दे दिया है।
पिछला विधानसभा चुनाव
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सीहोर के शराब एवं होटल व्यवसायी सुदेश राय को उम्मीदवार बनाया था। राय की उम्मीदवारी से नाराज होकर भाजपा के ही शनि महाजन और रमेश सक्सेना की पत्नी उषा सक्सेना बागी प्रत्याशी के रूप में मैदान में थे। कांग्रेस ने पूर्व सांसद सुरेन्द्र सिंह ठाकुर को उम्मीदवार बनाया था। विधानसभा चुनाव में सुदेश राय को 60117, सुरेन्द्र सिंह ठाकुर को 39473, उषा सक्सेना को 26397 एवं शनि महाजन को 25916 वोट मिले थे। इन चार में से तीन प्रत्याशी सुरेन्द्र सिंह ठाकुर, उषा सक्ेसना और शनि महाजन, दिग्विजय सिंह के साथ नजर आने लगे हैं। भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते सुदेश राय बेशक तकनीकी रूप से भाजपा के साथ हैं, लेकिन उनकी व्यवसायिक मजबूरी है कि वे चाहकर भी राज्य सरकार के खिलाफ नहीं जा सकते। लोकसभा चुनाव से पहले ही सुदेश राय लगभग तटस्थ हो चुके हैं। चुनाव में उनकी भूमिका को लेकर अभी से अटकलें शुरू हो गई हैं।