भोपाल| मध्य प्रदेश में सत्ता परिवर्तनके बाद शिवराज सरकार की योजनाओ के नामों में बदलाव और व्यापमं को बंद करने की तैयारी की जा रही है| इस पर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने बड़ा बया दिया है| उन्होंने कहा है कि कांग्रेस अब सिर्फ नाम बदलने का ही काम करेगी, लेकिन इससे कुछ हासिल नहीं होगा| अहमद की टोपी मोह्म्मद के सिर और मोहम्मद की टोपी अहमद के सिर रखने से कुछ नहीं होने वाला|
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ योजनाओं और संस्थानों का नाम बदलने का काम करेगी, नाम बदलने से कुछ नहीं होना है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा| संस्था कोई भी हो गड़बड़ियां होती रहती हैं| लेकिन सुधार की गुंजाइश बनी रहती है| उसी को सुधार करना चाहिए| नाम बदलने से कार्यपद्धति नहीं बदल जाती| जरूरत इस बात की है कि संस्थाओं में चल रही गड़बड़ियों को सुधारा जाए। वहीं मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि व्यापम भ्रष्टाचार का पर्याय बन गया है। आम लोगों को इसके नाम से डर लगने लगा है। इसलिए जल्द ही इस बारे में कोई निर्णय लिया जाएगा।
दरअसल, चर्चा है कि घोटाले के लिए देश भर में बदनाम हो चुके व्यापमं को अब नई सरकार बंद करने जा रही है| इसकी जगह राज्य कर्मचारी चयन आयोग जैसी संस्था बनाने का मसौदा तैयार किया जा रहा है| कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से पहले अपने वचन पत्र में व्यापम को बंद कर कोई परीक्षाओं के लिए कोई नई संस्था के गठन का वादा किया गया था। अब इसको अमल में लाने की कवायद तेज हो गई है| सामान्य प्रशासन विभाग ने वचन-पत्र में शामिल विभागीय बिंदुओं की समीक्षा करते हुए व्यापमं को बंद करने का मामला तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग को भेज दिया है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि व्यापमं के बारे में कोई भी फैसला तकनीकी शिक्षा विभाग ही ले सकता है, क्योंकि उसने ही गठन किया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसकी जगह राज्य कर्मचारी चयन आयोग जैसी संस्था बनाने का मसौदा तैयार करना शुरू कर दिया है। नई संस्था के नाम का एलान जल्द ही किए जाने की उम्मीद है।