MP में भारी बारिश के बाद सरकार अलर्ट, 10 बांधों के गेट खोले, CM ने कलेक्टरों को दिए ये निर्देश, राहत- बचाव कार्य जारी, आज भी कई जिलों में अलर्ट

शिवराज सिंह चौहान

MP Weather/ CM Shivraj Singh Chouhan :  मध्य प्रदेश में पिछले 3-4 दिनों से लगातार हो  रही भारी बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। नदी-नाले उफान आ गए है, सड़कों पर जलभराव की स्थिति बन गई है, कई सड़क मार्ग भी बाधित हो गए है।इतना ही नहीं बस्तियों और नीचे इलाकों में पानी भरने से लोगों को रेस्क्य कर निकाला जा रहा है। कई ट्रेनें और उड़ाने भी प्रभावित हुई है। इसी बीच देर रात सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गुना में जनदर्शन यात्रा से लौटने के बाद सभी प्रभावित जिलों में स्थिति में संबंध में संबंधित कलेक्टरों को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बचाव एवं राहत कार्यों को तत्काल पूरा करने के निर्देश दिये है।

1400 से ज्यादा जवानों-होमगार्डों की तैनाती

सीएम ने बताया कि प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही अति वर्षा से मालवा और निमाड़ अंचल के प्रभावित जिलों में स्थितियां अब सामान्य हो रही हैं। इंदौर, खण्‍डवा, खरगोन, बड़वानी एवं बुरहानपुर जिला जिलों में अतिवृष्टि से उत्‍पन्‍न जल भराव की परिस्थितियों में स्टेट डिसास्टर इमरजेंसी रिस्पांस फोर्स द्वारा 89 बचाव कार्य संचालित कर 8718 नागरिकों और 2637 पशुधन बचाकर कर सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचाया गया है। बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत बचाव कार्य के लिए कुल 610 जवान और होमगार्ड के 801 जवानों की तैनाती की गई है।  आवश्यकता पड़ने पर प्रभावित इलाकों में राहत के लिए सेना और एयरफोर्स की मदद ली जाएगी। वर्तमान स्थिति में इसकी जरूरत महसूस नहीं हो रही है।

कलेक्टरों सक्रिय, आपदा दलों को सौंपा  प्रभावित क्षेत्रों का दायित्व

सीएम ने बताया कि संबंधित कलेक्टर्स ने आपदा दलों को प्रभावित क्षेत्रों में दायित्व सौंपा है। जहां जल भराव की स्थिति देखी जा रही वहां नागरिकों को ऊंचाई वाले स्थान पर ठहराया गया है। जिलों में अति वर्षा प्रभावित लोगों के भोजन और रहने की समुचित व्यवस्था की गई है। अब स्थितियां तेजी से सामान्य हो रही हैं। इक्का-दुक्का घटनाओं को छोड़कर जनहानि या अधिक पशु हानि नहीं हुई है। अति वर्षा से नागरिकों को कोई तकलीफ नहीं होने दी जाएगी।  कमिश्नर इंदौर से भी जिलों में आपदा दलों के तैनाती और आवश्यक व्यवस्था के संबंध में चर्चा की।

सीएम चौहान को संबंधित जिलों के कलेक्टर्स ने बताया प्रभावित जिलों में प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम जिलों में सक्रिय है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्य रात्रि में वीसी द्वारा बुरहानपुर अलीराजपुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी, धार जिलों के कलेक्टर और कमिश्नर इंदौर से वीसी से चर्चा की।

प्रदेश में अति वर्षा/प्रभावित क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों की जानकारी

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग से प्राप्‍त जानकारी अनुसार पिछले 24 घंटे में खरगोन, अलीराजपुर, झाबुआ, मंदसौर, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, बड़वानी, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, नीमच, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, शाजापुर, आगर मालवा में अत्‍याधिक भारी से अतिभारी वर्षा एवं रायसेन, भोपाल, राजगढ़, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर कलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, शहडोल, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंदसौर, बालाघाट, पन्ना, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, विदिशा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी और ग्वालियर में भारी से मध्‍यम वर्षा दर्ज की गई है। आगामी 24 घंटों में रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, इंदौर, खरगौन, बड़वानी एवं मंदसौर में भारतीय मौसम विभाग द्वारा अत्‍याधिक से अतिभारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है।

जिलों में राहत/बचाव कार्य जारी

  • खरगोन जिले में बाढ़ प्रभावित ग्रामों में लगभग 45 राहत शिविर चल रहे है। जिसमें लगभग 2017 लोगों को रखा गया है।
  • इंदौर में बडी कलमेर एवं कलारिया गॉव के घरों में पानी भरा गया है। रेस्‍क्‍यू कार्य जारी है। पुल-पुलिया के उपर से पानी बह रहा है। ग्राम कलारिया में गंभीर नदी में फँसे समस्‍त 21 लोगो को एसडीआरएफ एवं सिविल डिफेंस की टीम ने बचाव कर निकाल लिया है। जिले में अब तक कुल 227 लोगो को बचा लिया गया है। इंदौर संभाग में भारी वर्षा के चलते बचाव कार्य में अन्‍य जिलों से एसडीईआरएफ की आठ टीमें तैनात की गई है।
  • धार जिले में भारी वर्षा हो रही है। पुल-पुलिया के उपर से पानी बह रहा है। लगभग 72 निचली बस्तियों में पानी भरा गया है। प्रभावितों को सुरक्षित स्‍थान पर पहुँचाया गया है। कुल 1993 लोगों को शिफ्ट किया गया है और नौ स्‍थानों पर ड्रापगेट्स लगाये गये है। बचाव कार्य जारी है। तहसील गंधवानी के इंगला डेम में पानी का रिसाव हो रहा है। टेक्निकल टीम मौके पर पहुचकर परीक्षण कर रही है। प्रशासन की टीम तैनात है।
  • नर्मदापुरम में नर्मदा नदी का जल स्‍तर धीरे-धीरे उतर रहा है। एहतियात के तौर पर शिविर लगाये गये है परंतु अभी शिविरों में कोई नही है। बारिश बंद है। स्थिति सामान्‍य है।
  • बुरहानपुर में ताप्‍ती नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है। नदी किनारे के 120 परिवारों को सुरक्षित स्‍थानों पर पहुचाया गया है। भोजन पैकेट वितरित किये गये है।
  • बडवानी में लगातार बारिश हो रही है लेकिन आपदा जैसी स्थिति नही है।
  • खण्‍डवा में नर्मदा नदी की निचली बस्तियों में जल भराव होने पर तहसील खण्‍डवा के ग्राम नावली, धनगांव, चमारवाडी एवं नागचुन के 18 परिवार तथा तहसील पुनासा ग्राम मोरटक्का, मार्कण्डेय आश्रम, बिल्‍लौराखुर्द, कैलाशखो एवं ब्राहम्‍णपुरी के 500 व्‍यक्तियों को ग्राम पंचायत भवन, मंडी प्रागण, आदिवासी समाज धर्मशाला, गायत्री शक्तिपीठ, जैसे सुरक्षित स्‍थानों पर पहुँचाया गया है। प्रशासन की टीम को सुरक्षा के लिये निर्देश दिये गये है और 29 स्‍थानों पर ड्रापगेट्स लगाये गये है। वर्तमान में बारिश बंद है।

बांधों एवं नदियों की स्थिति

  • बुरहानपुर में ताप्‍ती नदी का जल स्‍तर खतरे के निशान से ऊपर है।
  • नर्मदा नदी खरगौन (मोरट्टका) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है एवं नर्मदापुरम (सेठानी घाट) में खतरे के‍निशान के पास बह रही है।
  • जबलपुर (बरगी डैम) के 13 गेट, खण्‍डवा (इंदिरा सागर डैम) के 12 गेट, (ओंकारेश्वर डैम) के 23 गेट, नर्मदापुरम (तवा डैम) के 05 गेट, टीकमगढ (बानसुजारा डैम) के 08 गेट, अशोकनगर (राजघाट डैम) के 08 गेट, सिवनी (संजय सरोवर डैम) के 03 गेट, बैतूल (पारसडोह) के 03 गेट खोले गये है।
  • अब तक मिली जानकारी के अनुसार 2482 मकान आंशिक तथा 78 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुये है।

 


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News