भोपाल। सेकुलर पार्टी से सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चली कांग्रेस अब प्रदेश के मंदिर के पुजारियों को बड़ा तोहफा देने की तैयारी में है। जल्द ही प्रदेश के पुजारियों का भत्ता सरकार की ओर से बढ़ाया जाएगा। यही नहीं सरकार धार्मिक स्थलों का निर्माण भी करेगी। राजनीति के जानकारों के अनुसार कांग्रेस लोकसभा चुनाव से पहले जनता में इस बात का संदेश देना चाहती है कि वह धर्म के खिलाफ नहीं है। इसलिए पार्टी सॉफ्ट हिंदुत्व के एजेंडे पर चलकर प्रदेश के संतों और पुजारियों को खुश करना चाहती है।
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अपने वचन पत्र में किए गए वादों को जल्द पूरा करना चाहती है जिससे उसे आगामी चुनाव में लाभ मिल सके। इसलिए पार्टी वह फैसले पहले ले रही है जो सीधे जनता से जुड़े हैं और एक बड़े वोट बैंक को प्रभावित कर सकते हैं। अपने वचन पत्र में कांग्रेस ने 12 बिंदुओं का वादा किया है। सरकार में आने के बाद सबसे पहले कमलनाथ सरकार ने इस ओर पहला कदम भी उठाया है। उन्होंने अध्यात्म विभाग का गठन किया है। जो प्रदेश में राम गमन पथ समेत अन्य धार्मिक वादों को हकीकीत में बदलने का काम करेगा। सूत्रों के मुताबिक अब राज्य सरकार पुजारियों और सेवादारों का भत्ता बढ़ाने वाली है। इसकी फाइल मंत्री पीसी शर्मा के दफ्तर में पहुंच चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक नर्मदा न्यास, ताप्ती, मंदाकिनी और क्षिप्रा नदी के न्यास का गठन, मध्यभारत गंगाजली निधि न्यास, पवित्र नदियों को जीवित इकाई बनाने के संबंध में कार्यवाही, राम वनगमन पथ का प्रस्ताव भी तैयार कर लिया गया है। इसका प्रस्ताव कैबिनेट में पास होने के लिए भेज दिया गया है। पथ का कार्य सांस्कृतिक विभाग द्वारा धारण किया गया है और इसे नए आध्यात्मिक विभाग को हस्तांतरित नहीं किया गया है। जबकि यह दावा किया जाता है कि प्रस्ताव अंतिम चरण में है और वित्त विभाग से मंजूरी मिलने के बाद इसे कैबिनेट में पेश किया जाएगा।