इंदौर, आकाश धोलपुरे। इंदौर (Indore) में निर्वाचन की व्यस्तता से मुक्त होते ही नगर निगम इंदौर (Indore Municipal Corporation) में रहनते हुए अपनी छाप छोड़ने वाले इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह (Indore Collector Manish Singh) ने फिर से अपना रौद्र रूप दिखाया है। शनिवार रात पूर्व मंत्री जीतू पटवारी (Former Minister Jeetu Patwari) के परिजनों पर प्रशासन (Administration) द्वारा अवैध खनन पर 5 करोड़ रुपये का जुर्माना अधिरोपित किया गया था वहीं आज अलसुबह ही प्रशासन ने विधिवत वैधानिक कार्यवाही करते हुए कंप्यूटर बाबा के 40 एकड़ से ऊपर की ज़मीन पर अतिक्रमण (Encroachment) को ढहाते हुए उसे नेस्तानाबूद कर दिया है।
दरअसल, पिछले पांच महीने पहले राऊ क्षेत्र के कैलोद करताल में शासकीय जमीन (Government Land) से मुरम का अवैध खनन करने पर प्रशासन, खनिज विभाग (Mineral Department) और पुलिस (Indore Police) ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से ही इस मामले की सुनवाई अपर कलेक्टर कोर्ट में चल रही थी। शनिवार को अपर जिला दण्डाधिकारी तथा अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेड़ेकर (Additional Collector Dr. Abhay Fleetkar) के न्यायालय ने बिजलपुर निवासी चेतन अनिल पटवारी और कुणाल मुकेश पटवारी पर 5 करोड़ 9 लाख 26 हजार रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया। यह उत्खनित मुरम की रायल्टी का 30 गुना है, इसे देखते हुए प्रशासन ने अधिकतम जुर्माना लगाया।
वही कंप्यूटर बाबा (Computer baba) के गोमटगिरी स्थित आश्रम और आरामगाह पर भी कार्रवाई की गई। ये आश्रम और विश्राम गृह शहर के ग्राम जम्बुड़ी हप्सी में सर्वे नम्बर 610/1 और खसरा नम्बर 610/2 और 603 की कुल 46 एकड़ भूमि थी, जिसके एक बड़े हिस्से पर कम्प्यूटर बाबा द्वारा अवैध रूप से निर्माण (Illegal Construction) कर लिया गया था। प्रशासन ने रविवार (Sunday) सुबह एक बड़ी कार्रवाई (Action को अंजाम देते हुए करीब 100 से अधिक निगम वाहनों और बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ पहुंचकर अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिया। हालांकि इस दौरान विरोध के स्वर भी उठे लेकिन प्रशासन ने शांति भंग करने ले आरोप में वारंट (Warrant) जारी कर कंप्यूटर बाबा सहित कुल 6 लोगो को गिरफ्तार (Arrest) कर जेल भेज दिया है।
खास बात ये है कि 19 जिलों की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव (By-election) के बीच नतीजों से पहले इस कार्रवाई ने सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। पहली कार्रवाई कमलनाथ सरकार (Kamal Nath Sarkar) में मंत्री रहे जीतू पटवारी के रिश्तेदारों पर की गई है, वही दूसरी कार्रवाई कांग्रेस सरकार में विभिन्न पद पाने वाले कंप्यूटर बाबा पर। उपचुनाव के नतीजों से पहले कलेक्टर द्वारा हुई इस कार्रवाई के कई सियासी मायने निकाले जा रहे है।