भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आज पूरे विश्व में इंटरनेशनल टी डे (International Tea Day) के रूप में मनाया जा रहा है। चाय हम सबके जीवन का अभिन्न अंग बन चुकी है। न सिर्फ भारत में बल्कि पूरे विश्व (world) में चाय सबसे ज़्यादा पिया जाने वाला पेय पदार्थ (beverage) है। यही वजह है कि चाय की टपरी से लेकर दुनिया भर की वैराइटी वाली चाय के साथ चाय कैफे और रेस्टोरेंट तक खुल गए हैं। इस दिन को मनाने का भी महत्व (importance) है। चाय के व्यापार (tea trade) से कर्मचारियों और चाय उत्पादकों पर जो सकारात्मक प्रभाव पड़ता है उसे उभारना इस दिन को मनाने का मुख्य कारण है।
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यूनाइटेड नेशन्स जनरल असेम्बली ने 21 मई को इंटरनेशनल टी डे के रूप में मनाने की स्थापना की थी। इसके पीछे कई कारण थे। जैसे चाय के सतत उत्पादन और सेवन के लिए की जाने वाली गतिविधियों को बढ़ावा देना। इसके अलावा भूख और गरीबी से लड़ाई में चाय की प्रासंगिकता को प्रकाशित करना।
इंटरनेशनल टी डे टी वर्कर्स की इन परेशानियों पर भी प्रकाश डालता है:
* बंद चाय के बागों में काम कर रहे वर्कर हाउसिंग राइट चाहते हैं
* टी वर्कर्स चाहते हैं कि उनका वेतन बढ़ाया जाए
* चाय के बागों के लिए साफ सफाई और साफ पानी
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* ग्रामीण क्षेत्रों में टी वर्कर्स के मेडिकल देखभाल की सुविधा
* चाय के व्यापार में 50% से ज़्यादा योगदान महिलाओं का है लेकिन अफसोस इन महिलाओं के पेड़ शिक्षित होने का कोई साधन नही है।
चाय सिर्फ ताजगी ही नहीं लाती बल्की सेहत के ऊपर इसके कई अन्य सकारात्मक प्रभाव भी पड़ते हैं। आइए जानते हैं चाय के फायदे:
* यूरोपियन जनरल के अनुसार चीन में किये गए एक्सपेरिमेंट के आधार पर पाया गया कि जो लोग नियमित रूप से चाय का सेवन करते हैं उनमें कार्डियोवस्कुलर बीमारियों के होने की दर कम है।
* चाय का नियमित और संतुलित सेवन दिल और लिवर को दुरुस्त रखता है।
* चाय ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित रखती है।
* ग्रीन टी स्ट्रेस को कम करती है और जलन में आराम देती है। इसमें बायोएक्टिव पदार्थ भी होते हैं।