इंदौर, आकाश धोलपुरे
एक दिन पहले ही मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश में रोजगार को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक वीडियो मैसेज जारी कर ऐलान किया था कि प्रदेश में अब सरकारी नौकरियां केवल मध्य प्रदेश के मूल निवासियों को दी जाएगी। जिसका सीधा मतलब है कि बाहरी राज्यों के बेरोजगार मध्य प्रदेश में सरकारी नौकरियों के लिए पात्र नहीं होंगे। इस बात की औपचारिक घोषणा सीएम शिवराज ने एक वीडियो मैसेज जारी कर की थी, वही माना ये जा रहा है कि सीएम की घोषणा के बाद जल्द ही कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
इधर, मुख्यमंत्री की घोषणा पर कांग्रेस अब सवाल खड़े कर रही है। कांग्रेस सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके, राउ विधायक और कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रमुख जीतू पटवारी ने बुधवार को इंदौर में सीएम शिवराज पर जमकर निशाना साधा है। दरअसल, जीतू पटवारी ने सीएम की हालिया घोषणा को चुनावी स्टंट बताते हुए राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि 2009 में भी उन्होंने इसी तरह की घोषण की थी।
जीतू पटवारी ने कहा कि संविधान में और सुप्रीम कोर्ट के जितने भी निर्देश आज तक हुए है वो सभी संविधान के संघीय ढांचे के प्रावधान को ध्यान में रखकर किये गए है। वही उन्होंने सीएम शिवराज पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस तरह कि बाते करना शिवराज सिंह चौहान की आदत में शुमार है। पटवारी ने कहा कि मैं मानता हूं कि पूर्व सीएम कमलनाथ ने 27 प्रतिशत आरक्षण की जो प्रोसेस बनाई है, उसी को कानून के तहत कोर्ट में इम्प्लीमेंट किया जाए तो मध्यप्रदेश के युवाओ का भला होगा।
वही सीएम शिवराज पर तंज कसते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि सीएम शिवराज में दो प्रोडक्शन है, जिनमे उनका विश्व रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि एक ये है कि प्रदेश मे सबसे ज्यादा मजदूरों का उत्पादन शिवराज सिंह चौहान ने 15 सालों में किया है, वही दूसरी ओर बेरोजगारों का उत्पादन भी उनकी सरकार के 15 सालों के अंदर हुआ है।
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने सीएम शिवराजसिंह चौहान को झूठ बोलने की मशीन बताया और कहा कि जितना झूठ वो बोलते है उतना झूठ विश्व मे कोई भी राजनीति से जुड़ा व्यक्ति नही बोल सकता है। कुल मिलाकर सीएम की रोजगार संबंधी हालिया घोषणा पर कांग्रेस जमकर निशाना साध रही है वही कानूनी पेचीदगियों को लेकर भी कांग्रेस सीएम शिवराज को घेरने की कोशिश में जुट चुकी है।