मध्यप्रदेश(madhya pradesh) में कोरोना(corona) का संक्रमण(infection) तेजी से फैल रहा है। प्रदेश में आए दिन कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। इसी के साथ मुख्यमंत्री चौहान(chiefminister chouhan) के आदेश पर भोपाल(bhopal) के सरकारी कार्यालय में 30% कर्मचारी की उपस्थिति के साथ सरकारी कामकाज(government work) शुरू कर दिए जाएंगे। इस मामले पर कांग्रेस(congress) के पूर्व मंत्री(former minister) जीतू पटवारी(jitu patwari) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र(letter) लिख उन से मांग की है कि 55 वर्ष से ज्यादा उम्र के कर्मचारियों को करीब एक माह(month) तक किसी भी प्रकार की ड्यूटी न सौंपी जाए।
गुरुवार को पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख कहा है कि सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा दिनांक 29 अप्रैल 2020 को आदेश जारी कर दिनांक 30 अप्रैल 2020 से भोपाल में कार्यालय खोले जा रहे हैं। जबकि भोपाल जिला रेड जोन जिला घोषित है। ऐसी स्थिति में भोपाल में कार्यालय खोला जाना उचित नहीं है।
पटवारी ने कहा कि महाराष्ट्र पुलिस की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी 55 वर्ष से ज्यादा उम्र के कर्मचारियों को फिलहाल ड्यूटी(duty) से मुक्त रखे जाने का अनुरोध किया है। वही पटवारी ने कहा कि अनुभव कहता है कि इस उम्र के व्यक्तियों पर कोरोना संक्रमण के उपरांत मृत्यु दर ज्यादा है क्योंकि अधिकांश इस उम्र में लोग मधुमेह ब्लड प्रेशर, हार्ट, अस्थमा, श्वास रोग, एलर्जी युक्त सर्दी जुखाम व अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित होते हैं एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम होती है। वही पूर्व मंत्री ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि कम से कम 1 माह की अवधि तक या लॉकडाउन(lockdown) अवधि जो भी अधिक हो के दौरान 55 वर्ष से ज्यादा उम्र के कर्मचारियों को किसी भी हालत में कार्यालय ना बुलाया जाए और ना ही किसी प्रकार की ड्यूटी सौंपी जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री चौहान से इस बाबत स्पष्ट आदेश जारी करने के अनुरोध किए हैं।