भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। हड़ताल पर गए जूनियर डॉक्टर्स (JUDA) पर कार्रवाई शुरू हो गई है। गांधी मेडिकल कॉलेज (GMC) प्रबंधन ने जूडा के 22 पदाधिकारियों को हॉस्टल खाली करने का नोटिस दे दिया है। इसी के साथ कहा है कि अगर आज रात तक हड़ताल वापस नहीं हुई तो उनपर एस्मा के तहत FIR दर्ज कराई जाएगी। वहीं जूडा अपनी मांग पर अड़ा है और उसका कहना है कि हड़ताल वापस नहीं होगी।
बता दें कि बुधवार से मध्यप्रदेश (MP) के पांचों मेडिकल कॉलेज तथा भोपाल में जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं। इस दौरान उन्होने इमरजेंसी तथा ओपीडी में अपनी सारी सेवाएं बंद कर दी है। जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएसन के अध्यक्ष डॉ. हरीश पाठक ने एमपी ब्रेकिंग न्यूज से बातचीत में कहा था कि मांगें न मानी जाने तक वे हड़ताल पर रहेंगे।
जूडा का कहा है कि पिछले बार उनके आंदोलन के बाद सरकार ने उनकी मांगों को पूरा करने के लिए आश्वस्त किया था लेकिन उसके बाद कुछ डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इस नोटिस का जवाब देने के बाद भी पीजी के बाद होने वाले रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी गई है। डॉक्टर्स ने इस बात को लेकर स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात भी की और इस प्रकरण को समाप्त करने का निवेदन किया, लेकिन अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इस कारण प्रदेश भर के 3000 जूनियर डॉक्टरों में आक्रोश है और वो एक बार फिर सरकार से दो-दो हाथ करने के मूड में आ गए हैं। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच प्रदेश में डेंगू का कहर है। इस दौरान जूनियर डॉक्टर्स के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा सकती हैं और इसे देखते हुए गांधी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने सख्त रूख अख्तियार कर लिया है।