भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) के अचानक बदले मौसम (Weather) ने किसानों (Farmers) की टेंशन बढ़ा दी है। बेमौसम हुई बारिश (Rain) और ओलावृष्टि (hailstorm ने रबी फसलों (Rabi crops) को चौपट कर दिया है। इसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ (Kamal Nath) ने चिंता जताई है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) को पत्र लिखा तत्काल सर्वे करवा कर राहत राशि प्रदान करने की मांग की है।
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दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि प्रदेश में गत दिनों कई जिलों में हुई असमय वर्षा और ओलावृष्टि से क्षतिग्रस्त फसलों के सर्वे न होने और किसानों को राहत न मिलने से वे गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं। श्री नाथ ने कहा कि सरकार शीघ्र सर्वे कराकर किसानों को राहत राशि वितरित करे। उन्होंने कहा कि 12 मार्च को भी हुई वर्षा और ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों का भी तत्काल सर्वे हो और प्रभावित किसानों को मदद दी जाये।
कमल नाथ ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि दु:खद है कि गत दिनों रीवा (Rewa District0, विदिशा (Vidisha), सीहोर (Sehore), रायसेन (Raisen0 और मंडला (Mandla) में हुई वर्षा और ओलावृष्टि से खराब फसलों का आज तक न तो सर्वे हुआ है और न ही किसानों को कोई राहत दी गई। किसान चिंताग्रस्त है और गंभीर संकट से जूझ रहा है। मंहगाई चरम पर है डीजल के भाव में भारी वृद्धि ने किसानों की कमर तोड़ दी है।
कमलनाथ ने आगे लिखा है कि कोरोना काल से उत्पन्न स्थिति से वह पूर्व से ही जूझ रहा है ऐसी स्थिति में जरूरी है कि किसानों के नुकसान का तत्काल आकलन हो और उन्हें राहत मिले।12 मार्च को भी प्रदेश के कई जिलों में भारी वर्षा और ओलावृष्टि से कई जिलों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। पूर्व में और वर्तमान में क्षतिग्रस्त हुई फसलों के नुकसान का अविलंब आकलन कर किसानों को राहत वितरण का काम शुरू किया जाये।