भोपाल,डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) के बहुचर्चित प्यारे मियां यौन शोषण (Pyare Miyan Case) केस में बुधवार रात पीड़िता की मौत हो गई थी, जिसके बाद पुलिस पीड़िता का शव उसके घर ना ले जाकर सीधे हमीदिया से भदभदा श्मशान घाट ले गई और परिवार को बुलाकर जबरदस्ती उसका अंतिम संस्कार करा दिया गया। इस मामले की जानकारी मिलते ही प्रदेश में सियासत गरमा गई है।
शिवराज सरकार आ सवालों के घेरे में
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार (Shivraj Government) सवालों के घेरे में आ गई । जहां एक ओर शुक्रवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) द्वारा उच्च स्तरीय बैठक में कहा गया कि भोपाल में बेटी को हम बचा नहीं पाए, यह साधारण घटना नहीं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इसमें जो भी दोषी होगा उस पर तुरंत कार्रवाई (Action) की जाएगी। वहीं दूसरी ओर विपक्ष ने शिवराज सरकार को पूरी तरह से घेर लिया है। साथ ही भोपाल में हुई इस घटनाक्रम को एमपी में हाथरस कांड करार दिया गया है।
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कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्वीट करते हुए लिखा कि हाथरस जैसी अमानवीयता कितनी बार दोहरायी जाएगी? भाजपा सरकार महिला सुरक्षा में तो फ़ेल है ही, पीड़िताओं और उनके परिवार से मानवीय व्यवहार करने में असमर्थ भी है।
हाथरस जैसी अमानवीयता कितनी बार दोहरायी जाएगी?
भाजपा सरकार महिला सुरक्षा में तो फ़ेल है ही, पीड़िताओं और उनके परिवार से मानवीय व्यवहार करने में असमर्थ भी है। pic.twitter.com/XuRblJsv66
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 22, 2021
शिवराज सरकार में भांजियाँ कही भी सुरक्षित नहीं ?
वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ (Kamalnath) ने ट्वीट कर शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला है। कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा कि बेहद निंदनीय , बेहद शर्मनाक …. शिवराज सरकार में भांजियाँ कही भी सुरक्षित नहीं ? प्रदेश की राजधानी में यौन शोषण की शिकार मासूम बच्चियाँ बालिका गृह में भी सुरक्षित नहीं ? कितनी अमानवीयता , मृत पीडिता को उसके घर तक नहीं जाने दिया , उससे अपराधियों जैसा व्यवहार ?
बेहद निंदनीय , बेहद शर्मनाक ….
शिवराज सरकार में भांजियाँ कही भी सुरक्षित नहीं ?
प्रदेश की राजधानी में यौन शोषण की शिकार मासूम बच्चियाँ बालिका गृह में भी सुरक्षित नहीं ?
कितनी अमानवीयता , मृत पीडिता को उसके घर तक नहीं जाने दिया ,
उससे अपराधियों जैसा व्यवहार ?— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) January 22, 2021
परिवार को अंतिम रीति- रिवाजों से भी किया गया वंचित
पूर्व सीएम अपने अगले ट्वीट में लिखते है कि उसके परिवार को अंतिम रीति- रिवाजों से भी वंचित किया गया , यह कैसी निष्ठुर व्यवस्था ? कहाँ है ज़िम्मेदार ? प्रदेश को कितना शर्मशार करेंगे ? मामला बेहद गंभीर, मामले की सीबीआई जाँच हो, बाक़ी बालिकाओं को भी पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जावे..। आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कमलनाथ ने ट्वीट किया कि उनके इलाज की भी समुचित व्यवस्था हो। दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो।
उसके परिवार को अंतिम रीति- रिवाजों से भी वंचित किया गया , यह कैसी निष्ठुर व्यवस्था ? कहाँ है ज़िम्मेदार ? प्रदेश को कितना शर्मशार करेंगे ?
मामला बेहद गंभीर, मामले की सीबीआई जाँच हो, बाक़ी बालिकाओं को भी पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जावे..— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) January 22, 2021
उनके इलाज की भी समुचित व्यवस्था हो।
दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो।— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) January 22, 2021
पीड़िता की मां ने लगाए आरोप
बता दें कि पीड़िता की मां ने आरोप लगाया है कि वह घर पर अपनी बेटी के शव की राह ताक रही थी, पर पुलिस ने परिजनों को भदभदा शमशान घाट आनन-फनन में बुलाकर उसका अंतिम संस्कार करवा दिया। इस घटना क्रम के बाद भोपाल पुलिस प्रशासन पर कई सवाल उठ रहे है। वहीं परिजन द्वारा सरकार से लगातार उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की जा रही है।
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इधर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) ने मीडिया से चर्चा करते वक्त इस घटना क्रम पर बयान देते हुए कहा कि भोपाल के डीआईजी पीड़िता परिवार के संपर्क में लगातार थे। बावजूद इसके मीडिया द्वारा इस मामले को संज्ञान में लाया गया है। मैं एक बार फिर सीएम शिवराज से निवेदन करूंगा की इस मामले की फिर से पूरी जांच की जाए।