भोपाल। भारतीय जनता पार्टी मेंं भोपाल लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी तय करने को लेकर दिल्ली तक घमासान मचा हुआ है। पार्टी हाईकमान दो दौर की बैठकों के बाद भी अभी तक प्रत्याशी तय नहीं कर पाया है। कांग्रेस की ओर से दिग्विजय सिंह को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद से भाजपा में बड़े नेताओं के नाम पर मंथन शुरू हो गया है। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर अन्य कई दिग्गजों के नाम शामिल हैं।
दिग्विजय सिंह के नाम का ऐलान होने से पहले भाजपा में भोपाल लोकसभा सीट से एक अनार कई बीमारी जैसी स्थिति थी, लेकिन दिग्विजय का नाम सामने आने के बाद दावेदार पीछे हट गए हैं। भोपाल से महापौर आलोक शर्मा, वीडी शर्मा एवं आलोक संजर भी दावेदार हैंं। लेकिन अब भाजपा अपना गढ़ बचाने के लिए बड़े नेता को मैदान में उतारने पर मंथन कर रही है। सूत्रों ने बताया कि पार्टी हाईकमान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भोपाल से प्रत्याशी बनाने पर विचार कर रही है, लेकिन शिवराज सिंह चौहान इससे आनाकानी कर रहे हैं, हालांकि उन्होंने पार्टी के फैसले को अंतिम निर्णय बताया है।
कांग्रेस की सूची के इंतजार में भाजपा
लोकसभा चुनाव के लिए इस बार कांग्रेस ने जो रणनीति बनाई है, उसमें मप्र भाजपा उलझ़ गई है। दरअसल कांग्रेस ने भाजपा के कब्जे वाली सीटों पर बड़े नेताओं को उतारने की रणनीति बनाई है। इसी रणनीति के तहत दिग्विजय को भोपाल से उतारा गया है। शेष सीट ग्वालियर, विदिशा, सागर, जबलपुर, इंदौर से भी कांग्रेस बड़े चेहरों को उतार सकती है। यही वजह है कि भाजपा भोपाल सहित अन्य सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान नहीं कर पा रही है। भाजपा को कांग्रेस की सूची का इंतजार है।